गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की पत्नी से जुड़ी कंपनी को केंद्र सरकार की योजना के तहत सब्सिडी के रूप में 10 करोड़ रुपये मिलने संबंधी आरोपों पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव ठुकराए जाने के बाद विपक्षी दलों के विधायकों ने गुरुवार को विधानसभा से बहिर्गमन किया. कांग्रेस ने इस मामले पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया था. विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी ने प्रश्नकाल खत्म होने पर नोटिस खारिज कर दिया और कहा कि यह ऐसा मुद्दा नहीं है जिस पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस स्वीकार किया जाए.
वहीं, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि अगर उनके परिवार के खिलाफ आरोप सही साबित हुए तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगे. वहीं, सीएम की पत्नी ने कहा कि वह गोगोई पर मानहानि का केस करेंगी.
सीएम ने किया ट्वीट :मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर गौरव गोगोई को जवाब दिया और संसद में पीयूष गोयल के जवाब का हवाला दिया और लिखा, 'जवाब से ही यह स्पष्ट हो जाता है कि भारत सरकार ने उक्त कंपनी को कोई पैसा जारी नहीं किया है. मैं एक बार फिर इस बात पर जोर दूंगा कि न तो मेरी पत्नी और उनसे जुड़ी कंपनी ने भारत सरकार से कोई धन प्राप्त नहीं किया है या इसकी मांग नहीं की है. यदि कोई इसके विपरीत सबूत दे सकता है, तो मैं सार्वजनिक जीवन से सेवानिवृत्त होने सहित किसी भी सजा को स्वीकार करने को तैयार हूं.'