आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा देहरादून (उत्तराखंड): चमोली में करंट लगने से एक दर्जन से ज्यादा लोगों की ऐसे अचानक मौत हो जाना कोई अचानक हादसा नहीं है बल्कि इसके पीछे भी एक कहानी है. दरअसल, नमामि गंगे के प्लांट पर एक व्यक्ति को करंट लगा था. जिसकी सूचना मिलते ही उसके परिजन और आसपास के लोग नमामि गंगे प्लांट पर पहुंचे. उन्होंने प्लांट संचालकों द्वारा की जा रही लापरवाही को लेकर प्रदर्शन किया. वहीं जिस करंट ने पहले एक व्यक्ति की जान ली थी उसी करंट में प्लांट के पास प्रदर्शन कर रहे तमाम लोगों की जान भी ले ली. जिसमें प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मी भी शामिल थे.
करंट की इस घटना के बाद सबसे पहले सवाल उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन पर खड़े होने लगे हैं. घटना की बारीकी में जाने पर पता लगा कि प्लांट में यूपीसीएल द्वारा दिए जा रहे कनेक्शन तक पूरी लाइन ठीक थी, लेकिन जहां से प्लांट की इलेक्ट्रिक लाइन शुरू होती है वहां से फॉल्ट था. जिसकी वजह से पूरे प्लांट में यह करंट फैल गया. इस मामले में आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने जिला प्रशासन, एमडी यूपीसीएल और नमामि गंगे प्लांट का संचालन कर रहे अधिकारियों से बातचीत की. उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की. इसमें जो कुछ भी निकल कर सामने आया उसे रंजीत कुमार सिन्हा ने ईटीवी भारत के साथ साझा किया.
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ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्होंने इस घटना को लेकर के सभी जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया. साथ ही इसके पीछे किसकी लापरवाही है इसको लेकर रिपोर्ट मांगी गई है. मामले में एमडी यूपीसीएल से पूरे प्रदेश भर के सभी प्लांट और स्ट्रक्चरों पर अपने स्तर से सेफ्टी ऑडिट कराने के लिए कहा गया है. जिसकी रिपोर्ट आपदा प्रबंधन विभाग को सौंपी जाएगी. आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा चमोली की घटना बेहद दुखद है. प्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसको लेकर के वह मुस्तैद हैं. यूपीसीएल के साथ-साथ तमाम अन्य संबंधित विभागों से भी सुरक्षा के सभी मानकों को लेकर विचार विमर्श कर एहतियात बरतने के निर्देश दे रहे हैं.
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2 लोगों को एम्स के लिए किया गया एअर लिफ्ट:आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया चमोली में सुबह हुई घटना में तकरीबन 24 लोग इसकी चपेट में आए हैं, जिसमें एक दर्जन के करीब लोगों की मौत की सूचना है. वहीं इतने ही लोग घायल हैं. उन्होंने बताया 2 गंभीर रूप से घायल लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से एम्स लाया गया है. 5 लोगों का इलाज चमोली गोपेश्वर में चल रहा है. आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा अगर जरूरत पड़ी तो इन लोगों को भी एम्स रेफर किया जाएगा.