प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश के सरकारी महकमे में हैवानियत का प्रकरण सामने आया है. प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज में तैनात एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह यादव की पिटाई से गंभीर रूप से जख्मी नायब नाजिर सुनील शर्मा की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत (pratapgarh nazir sunil sharma dies) हो गई. घटना के बाद कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा और देर रात तहसील गेट पर कर्मचारियों ने जाम लगा दिया. वहीं, घटना की सूचना के बाद मौके पर डीएम और एसपी भी पहुंच गए. कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए डीएम ने एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. जिसके बाद एसडीएम समेत 4 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
डीएम के आदेश के बाद आरोपी एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह यादव समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया. हालांकि, घटना के बाद से ही एसडीएम फरार बताया जा रहा है तो वहीं, डीएम डॉ. नितिन बंसल ने एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव की जगह नए एसडीएम के रूप में अर्जुन सिंह को लालगंज का कार्यभार सौंपा है. एसडीएम पर पिटाई का आरोप लगाने वाले लालगंज तहसील में तैनात नायब नाजिर सुनील शर्मा (50) की शनिवार रात को मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई. इसकी जानकारी होने पर कर्मचारी संगठन भड़क गए. अस्पताल पहुंचे कर्मचारियों और अधिवक्ताओं ने घटना को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया. यहां तक कि पुलिस को शव को अपने कब्जे में लेने में भी खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
SDM पर घर में घुसकर पीटने का आरोप:लालगंज तहसील में नायब नाजिर के पद पर तैनात शहर के विवेक नगर के निवासी सुनील शर्मा ने 31 मार्च को पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि 30 मार्च की रात को एसडीएम लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह होमगार्ड के साथ आए और उन्हें डंडे से जमकर पीटा था. हालांकि, पुलिस की ओर से उक्त मामले में तहरीर मिलने से साफ इनकार कर दिया गया. दूसरे दिन घायल सुनील शर्मा की पीठ पर लाठियों के निशान देख कर्मचारी आक्रोशित हो गए. घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गए. जिसके बाद देर रात तक कर्मचारी आरोपी एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उसकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे.