गाजियाबाद : जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं. इसी कड़ी में नेता लगातार दौरा कर रहे हैं, और दूसरे दलों पर निशाना साध रहे हैं. बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती किसान आंदोलन की थी. हालांकि तीन कृषि कानून वापसी (Farm Laws Repeal) के ऐलान के बावजूद अब तक किसान धरने पर बैठे हुए हैं. धरना समाप्त कराना सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. लिहाजा किसानों को लेकर आम तौर पर तीखी प्रतिक्रिया देने वाले सरकार के मंत्री अब किसानों के सुख-दुख में साथ खड़े होने की बात करते हुए नजर आ रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक (up law minister brajesh pathak) आज गाजियाबाद के एक प्राइवेट (Private) अस्पताल के आईवीएफ वार्ड के इनॉग्रेशन (Inaugration) पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरह से तैयार है. बाकी के दल सिर्फ चुनाव के वक्त ही घरों से बाहर निकलते हैं. उत्तर प्रदेश ने कोरोना काल में देखा कि बीजेपी ने काफी कार्य किया था. सपा आरएलडी के गठबंधन (SP RLD alliance) को लेकर उन्होंने सपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सपा पहले भी बीएसपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुकी है. लेकिन फेल रही. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने सभी गठबंधन को ध्वस्त किया है.