लखनऊ : यूपी की राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का आयाेजन चल रहा है. इसमें रविवार काे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान उन्हाेंने लाेगाें काे संबाेधित किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि वे यूपी काे तेजी से विकास के पथ पर ले जा रहे हैं. अब यूपी में विकास को कोई रोक नहीं सकता है. सीएम के काम करने का अंदाज ही अलग है. मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि 2017 में उत्तर प्रदेश का मेनिफेस्टो मुझे बनाने का मौका मिला. मैंने प्रदेश के लोगों को ध्यान में रखकर यह मेनिफेस्टो तैयार किया. हमने वादा किया था कि हम राम मंदिर बनाएंगे. आज मंदिर बन भी रहा है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 3 काम करने हैं, और अगर इन पर खरे उतरे तो रिसोर्सेज की कोई कमी नहीं होगी. निवेश की भी कोई कमी नहीं होगी. उत्तर प्रदेश का भविष्य उज्जवल रहेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिकर माफिया, भूमाफिया और खनन माफिया को खत्म करने संकल्प लिया था. उन्होंने करके दिखाया. उत्तर प्रदेश में एक्साइज का कलेक्शन 3 गुना बढ़ा है. पहले जहां 14000 करोड़ रुपए का कलेक्शन होता था, वहीं अब 42 हजार करोड़ का कलेक्शन हो गया है. राजस्व में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. निवेशकों को विश्वास है कि उत्तर प्रदेश में उद्योग लगाना सरल है. उत्तर प्रदेश की व्यवस्थाएं ईमानदार हैं. कानून व्यवस्था उद्योग को प्रोत्साहन देती है और उन्हें अट्रैक्ट करती है. उन्हें कोई डर नहीं है. यहां पर काम करने में वे संतुष्ट हैं.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में आकर लोग निवेश कर रहे हैं. निश्चित तौर पर सरकार के साथ ही उत्तर प्रदेश की जनता पर भी उन्हें पूरा विश्वास है. योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को विकास के मार्ग पर दशकों तक लेकर आगे बढ़ते रहेंगे. उत्तर प्रदेश में उद्योग चलाना और लगाना ज्यादा आसान हो, इसे लेकर भी हम प्रयास कर रहे हैं. प्रदेशों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए जिसका लाभ प्रदेश को भी मिले और अन्य राज्यों को भी. आज से 6 साल पहले उत्तर प्रदेश कहां था, आज उत्तर प्रदेश देश में इज ऑफ डूइंग के मामले में दूसरे नंबर पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत की थी. उत्तर प्रदेश में इसकी तेजी से प्रगति हुई है. उसको देखकर भी काफी अच्छा लग रहा है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2018 में एक एक्सपायरी लीडर के रूप में उत्तर प्रदेश दिखता था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास के लिए ध्यान दिया तो आज यूपी कहां से कहां पहुंच गया है. 2021 में उत्तर प्रदेश स्टार्टअप का लीडर बन गया. पिछले 6 साल में उत्तर प्रदेश में 8277 स्टार्टअप शुरू हुए हैं. स्टार्टअप के मामले में आज उत्तर प्रदेश चौथे नंबर पर है. लिथियम के विकल्प के तौर पर बनारस में स्टार्टअप शुरू किया गया है. यह हमारे लिए यह उपलब्धि है.