लखनऊ:2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को विधानसभा के बजट सत्र के अंतर्गत आज तीसरे दिन अपना बजट पेश किया. बजट से पहले योगी मंत्रिमंडल की बैठक हुई. इसमें बजट प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी. बजट प्रस्ताव के अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण विकास से जुड़े प्रस्ताव हुई कैबिनेट की तरफ से मंजूरी दी गयी. सदन के पटल पर योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 6.90 लाख करोड़ का बजट पेश किया.
वित्त मंत्री ने बजट भाषण की शुरुआत शायराना अंदाज में की. उन्होंने कहा, "योगी जी का बजट बना है, यूपी की खुशहाली का. ये अदभूत रंगीन करेगा, आने वाली होली को." वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यूपी की विकास दर में बढ़ोत्तरी हुई है. प्रदेश में बेरोजगारी की दर 4.2 फीसदी पर पहुंच गयी है. उन्होंने कहा कि देश की जीडीपी में प्रदेश का योगदान 8 प्रतिशत से ज्यादा है. यूपी कई क्षेत्रों में देश के प्रमुख राज्य के रूप में उभरा है.
वित्त मंत्री ने शायरी पढ़ी-
सुधर गई कानून- व्यवस्था, उद्योगों की अलख जगी,
यूपी बना ग्रोथ का इंजन, यह सब पहली दफा समझ,
फकत किनारे बैठे-बैठे, लहरों से मत सवाल कर,
डूब के खुद गहरे पानी में, पानी का फलसफा समझ
छात्र-छात्राओं को टैबलेट/स्मार्टफोन:वित्त मंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के पात्र छात्र-छात्राओं को टैबलेट/स्मार्टफोन देने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-2024 के बजट में 3600 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है. उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप्स नीति हेतु 60 करोड़ रु.की व्यवस्था प्रस्तावित है. ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों को एग्रीटेक स्टार्ट-अप्स की स्थापना के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड के लिए 20 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं.
अपराध में कमी आयी: बजट के दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 2016 की तुलना में 2022 में अपराधों में आई कमी बतायी. खन्ना ने बताया कि 2016 की तुलना में 2022 मेंडकैती में 80.31 प्रतिशत, लूट में 61.51 प्रतिशत, हत्या में 32.45 प्रतिशत, बलवा में 51.65 प्रतिशत, सेंधमारी में 5.19 प्रतिशत, चोरी में 17.22 प्रतिशत, राहजनी में 100 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण में 43.18 प्रतिशत की कमी आई है.
महिला एवं बाल विकास: बालिकाओं के प्रति आमजन की सकारात्मक सोच विकसित करने हेतु संचालित ‘‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’’ के अन्तगर्त प्रति लाभार्थी को रु0 15,000 तक की धनराशि से लाभान्वित किया जा रहा है. वित्तीय वर्ष 2023-2024 हेतु 1050 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है. सभी वर्गों की पुत्रियों की शादी हेतु संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना हेतु 600 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है.
14 नये मेडिकल कॉलेजों के लिए 2491 करोड़: 14 नये मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और संचालन हेतु 2491 करोड़ 39 लाख रुपए की व्यवस्था की गई है. असाध्य रोगों की चिकित्सा हेतु 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है. प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. एक जनपद एक मेडिकल कालेज की योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 45 जनपद मेडिकल कॉलेज से आच्छादित किए जा चुके हैं, 14 जनपदों में मेडिकल कालेज निर्माणाधीन है: यूपी के वित्त मंत्री
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए 12 हजार 650 करोड़ खर्च करने का एलान किया. उन्होंने कहा कि यूपी के हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे. उन्होंने कहा कि युवा अधिवक्ताओं को कार्य के शुरुआती 03 वर्षों के लिये किताब एवं पत्रिका क्रय करने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के लिये 10 करोड़ रुपए तथा युवा अधिवक्ताओं के लिये कॉपर्स फंड हेतु 5 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है. प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को प्रशिक्षण देने की योजना के तहत कौशल विकास मिशन के माध्यम से 6 वर्षों में 12 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया तथा 4 लाख 88 हजार युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में सेवायुक्त कराया गया.
वित्तमंत्री सुरेश खन्ना कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत मार्च 2017 से अद्यतन 17.62 लाख आवासों की स्वीकृति प्रदान की गई है. प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को प्रशिक्षण देने की योजना के तहत कौशल विकास मिशन के माध्यम से 6 वर्षों में 12 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया तथा 4 लाख 88 हजार युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में सेवायुक्त कराया गया.
वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2022-2023 में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा 19,500 करोड़ रुपये का बजट प्राविधान किया गया. वर्ष 2023 -2024 में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 25,350 करोड़ रूपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित है. वर्ष 2023-2024 तक इन योजनाओं के अन्तर्गत प्रदेश के समस्त 2.26 करोड़ घरों में क्रियाशील गृह नल संयोजन प्रदान कर शुद्ध एवं सत्त पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. राज्य ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अन्तर्गत 188 योजनाओं. जिनकी लागत 455.15 करोड़ रुपये है, को पूर्ण किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है.