नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चनाव होने हैं. सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसका असर अब दिल्ली पर भी पड़ने लगा है. भाजपा ने सांसदों की दो दिवसीय बैठक बुलाई है. बैठक आज भी जारी रहेगी.
दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों की दो दिवसीय बैठक बुलाई गई है. दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और पार्टी के अन्य नेता पार्टी बैठक में शामिल हुए हैं.
इस बैठक को लेकर अयोध्या सांसद (Ayodhya MP) लल्लू सिंह (Lallu Singh) ने कहा कि यह कोई एजेंडे वाली बैठक नहीं है. यह परम्परा रही है, जब सदन चलता है तब मुख्यमंत्री आकर सांसदों से मिलते हैं. उत्तर प्रदेश के चुनाव पर भाजपा सांसद लल्लू सिंह से ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना की खास बातचीत.
सवाल- क्या राज्य में सरकार के खिलाफ सत्ता-विरोधी लहर है ?
जवाब- राज्य में किसी प्रकार की सत्ता-विरोधी लहर नहीं है. योगी सरकार ने तमाम चीजों पर बखूबी से काम किया है और जनता खुश है. विपक्ष के दावे या आरोपों का जनता पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.
सवाल- क्या अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण को सरकार चुनावी मुद्दा बनाएगी ?
जवाब - राम मंदिर का मुद्दा पिछले कई सालों से चला आ रहा है. हां, यह सही है कि मोदी सरकार की वजह से ही यह मुद्दा आज हल हो पाया है. अब भव्य राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत हो गई है. यह मुद्दा हमारे लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बनेगी. धार्मिक मुद्दा है, आस्था से जुड़ा मामला है, जनता भले इस पर वोट करें लेकिन इसे चुनावी मुद्दा बनाकर हम वोट नहीं मांगेंगे.
सवाल- कोरोना काल में गंगा में लाशों के बहने के मामले ने लोगों के दिमाग पर असर डाला है, इसका असर चुनाव पर भी पड़ सकता है.
जवाब- कोरोना काल में लाशों के बहने के मामले को मात्र मुद्दा बनाया गया है. यहां पहले भी लोग लाशों को बहाते आए हैं, लेकिन कोरोना वायरस की आड़ में लाशों को बहाने की घटना का बतंगड़ बनाया गया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहे कितना भी लामबंद हो जाए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाने जा रही है, क्योंकि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए काफी काम किये हैं.