लखनऊ: वाराणसी, हापुड़, लखनऊ सहित 46 रेलवे स्टेशनों को लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से उड़ाने की धमकी मामले की जांच एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड एटीएस करेगी. एटीएस इस पूरे मामले की जांच करेगी कि लश्कर-ए-तैयबा के नाम से आए धमकी भरे पत्र को किसने भेजा है, इसके पीछे की क्या सच्चाई है. एटीएस तमाम पहलुओं पर नजर बनाते हुए इस पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल करेगी. एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने जांच किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि धमकी भरा पत्र कहां से आया है? किसने भेजा है? इसकी जांच की जाएगी, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने लखनऊ और वाराणसी समेत प्रदेश के 46 स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी है. लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर की ओर से पत्र भेजकर ये धमकी दी गई है. इस धमकी के बाद रेल महकमा अलर्ट पर है. लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन पर जीआरपी और आरपीएफ ने निगरानी बढ़ा दी गई है. हालांकि रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि ऐसी धमकी कोई पहली बार नहीं मिली है. पहले भी स्टेशनों को उड़ाने की धमकी मिलती रही है.
हालांकि धमकी को गंभीरता से जरूर लिया जा रहा है. इसको देखते हुए जीआरपी और आरपीएफ के जवान हर मौर्चे पर मुस्तैद हैं. लश्कर-ए-तैयबा ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और कानपुर समेत 46 रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकी दी है. आतंकी संगठन की धमकी का अलर्ट खुफिया विभाग से मिलने के बाद रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.