लखनऊ :उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (UP ATS) ने अवैध धर्मांतरण मामले में मौलाना कलीम सिद्दीकी (64) को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी रखी है. तीसरे दिन UP ATS ने सिंडीकेट से जुड़े अन्य बड़े घाघों तक पहुंचने का प्रयास किया. धर्मांतरण के शिकार नितिन पंत को एटीएस लखनऊ लेकर पहुंची, जहां मौलाना कलीम और नितिन का आमना-सामना कराया गया. इस दौरान पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं.
सूत्रों की मानें तो एटीएस नितिन पंत को गवाह बना सकती है. यूपी एटीएस की अलग-अलग टीमें मेरठ, दिल्ली और मुजफ्फरनगर में मौलाना कलीम के नेटवर्क को तलाश रही है. मौलाना का नेटवर्क भी मोहम्मद उमर गौतम की तरह ही मजबूत होने की संभावना है.
अवैध धर्मांतरण गैंग संचालित करने और धर्मांतरण के लिए अवैध विदेशी फंडिंग प्राप्त करने के बारे में पूछताछ जारी है. बता दें कि मौलाना कलीम दस दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर हैं. यूपी एटीएस बीते शुक्रवार को उसे जेल से एटीएस मुख्यालय लाई. शनिवार को लगातार दूसरे दिन एटीएस के अलावा खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी मौलाना कलीम से विदेश से हो रही फंडिंग समेत अन्य कई बिंदुओं पर पूछताछ करते रहे.
यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि मतांतरण के लिए फंडिंग में और किन-किन लोगों व संस्थाओं की भूमिका है. जामिया इमाम वलीउल्ला ट्रस्ट के खाते में अब तक तीन करोड़ रुपये की फंडिंग की बात सामने आ चुकी है. इनमें डेढ़ करोड़ रुपये बहरीन से एक बार में ट्रस्ट के खाते में भेजे गए थे. एटीएस अब ट्रस्ट व उससे जुड़े अन्य लोगों के और खातों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है.
एएसपी के नेतृत्व में एटीएस को एक टीम पूर्व से जेल में निरुद्ध उमर गौतम के साथ मौलाना कलीम के रिश्तों की भी गहराई से जांच कर रही है. मौलाना कलीम दिल्ली में काफी सक्रिय था. एक टीम उसे साथ लेकर दिल्ली जा सकती है जहां खासकर मौलाना कलीम के ट्रस्ट जामिया इमाम वलीउल्ला की गतिविधियों व उससे जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी मिली है.
उसके अन्य सहयोगियों और अवैध धन प्राप्त के स्रोतों की जानकारी अन्य माध्यमों से भी जुटाई जा रही है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि मौलाना कलीम भी उमर गौतम की तरह फंड जुटाने में माहिर है. इस कारण उसके करीबियों के बैंक खातों की भी जानकारी भी जुटाई जा रही है. अब तक की जांच में कई संदिग्धों के बैंक खाते जांच के दायरे में हैं.