लखनऊ :यूपी की एंटी टेररिस्ट स्क्वाॅड (एटीएस) को बड़ी सफलता मिली है. गिरफ्तार किये गये आतंकी से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. एटीएस के मुताबिक, यूपी से गिरफ्तार किए गए सद्दाम और रिजवान ने आतंकियों की एक बड़ी फौज तैयार करने की प्लानिंग की थी. अयोध्या से महज 45 किलोमीटर दूर गोंडा में 18 वर्ष पहले रहने गए सद्दाम और जम्मू कश्मीर से यूपी के अलग-अलग हिस्सों में रह रहे रिजवान के मोबाइल से कई चौंकाने वाले दस्तावेज और तस्वीरें मिली हैं. एटीएस के मुताबिक, पूछताछ में सामने आया है कि सद्दाम बम बनाना सीखने के लिए ट्रेनर की तलाश कर रहा था तो रिजवान घाटी में मारे गए आतंकी समीर टाइगर की मौत का बदला लेना चाहता था. फिलहाल यूपी एटीएस कोर्ट से दोनों को रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है, जिससे दोनों के असल मंसूबों की जानकारी जुटाई जा सके.
एटीएस के मुताबिक, रविवार को गोंडा के रहने वाले सद्दाम के मोबाइल से यूपी एटीएस को कई पोस्टर और तस्वीरें मिली हैं. इन तश्वीरों को उसने कई व्हाट्सएप ग्रुप और युवकों को भेजी थीं. अंसार गजवातुल हिंद व अलकायदा से प्रभावित सद्दाम फेसबुक, व्हाट्सएप व इंस्टाग्राम में रेडिकल कंटैंट पोस्ट करता था, ताकि कोई उससे कोई ऐसा व्यक्ति संपर्क करे जो उसे हथियारों को चलाने और बम बनाने की ट्रेनिंग दे सके. इसके लिए उसने हैंड ग्रेनेड, आतंकी संगठन अल बद्र 313 का झंडा समेत कई आतंकियों की तश्वीरें सोशल मीडिया में पोस्ट की थीं.
यूपी एटीएस चीफ नवीन अरोड़ा के मुताबिक, सद्दाम उन लोगों को लेकर अपनी एक टीम बनाना चाहता था, जिन्हें लगता है कि भारत में उनके साथ अत्याचार हुआ है. वह उनको लेकर शरिया कानून लागू करवाना चाहता था, जिससे भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाया जा सके. एटीएस के मुताबिक, सद्दाम IMO के माध्यम से पाकिस्तानी, कश्मीरी मिलिटेंट से संपर्क में था.