नई दिल्ली : यूपी के लिए जारी भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के घोषणा पत्र में उत्तर प्रदेश से जुड़े हर सांस्कृतिक धरोहर, महापुरुषों और नेताओं के नाम से कुछ ना कुछ दिया गया है. यानी कि वोट बैंक को साधने के लिए हर जाति और समुदाय के बीच तालमेल बिठाने की कोशिश इस संकल्प पत्र में की गई है.
उत्तर प्रदेश का घोषणा पत्र यूपी के चुनाव का एजेंडा तैयार करता हुआ नजर आ रहा है. जहां इस घोषणापत्र किसानों को मुफ्त बिजली और होली दीवाली में लोगों को सिलेंडर और वृद्धा और दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी की बात की गई है. वहीं दूसरी तरफ अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय, चित्रकूट में महर्षि वाल्मीकि सांस्कृतिक केंद्र, वाराणसी में संत रविदास सांस्कृतिक केंद्र, रंग वीरपुर में निषादराज गुहा सांस्कृतिक केंद्र और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संस्कृतिक केंद्र बनाने के भी वायदे किए गए हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने महाराजा सुहेलदेव के नाम पर भी बहराइच में उनकी प्रतिमा व भव्य स्मारक बनाने के वायदे किए हैं. भाजपा का यह संकल्प पत्र विकास, धर्म, संस्कृति और मुफ्त योजनाओं के बीच तालमेल का सामंजस्य नजर आ रहा है. युवाओं के लिए 5 साल में हर घर में एक रोजगार या स्वरोजगार के अवसर पैदा करने का वादा किया गया है. ग्राम पंचायतों में जिम और खेल के मैदान बनाए जाने की बात कही गई है.
मेधावी छात्राओं को स्कूटी और सरकारी नौकरियों में महिलाओं की संख्या दोगुनी करने की भी बात कही गई है. लता मंगेशकर की स्मृति में आर्ट्स अकैडमी की स्थापना की गई है. यही नहीं घोषणा पत्र में लव जिहाद के नाम पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ एक लाख जुर्माना और 1 साल तक की कैद के नियमों को लाने का भी प्रावधान किया गया है, जो अपने आप में वोटों के ध्रुवीकरण करने का रास्ता साफ करता हुआ नजर आता है. पार्टी से नाराज चल रहे किसानों के लिए भी मुफ्त बिजली के वायदे किए गए हैं.