बाराबंकी : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (up assembly election 2022) के लिए पांचवें चरण में बाराबंकी में मतदान कराए जाएंगे. बीजेपी की चुनावी रैली में पीएम मोदी ने कहा, विपक्षी दलों ने मुस्लिम महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने बाराबंकी में बीजेपी की रैली में मौजूद जनता से कहा, ये ऊर्जा, ये उत्साह सिर्फ बाराबंकी और अयोध्या तक ही सीमित नहीं है बल्कि आज चौथे चरण में जहां मतदान हो रहा है, वहां के मतदाताओं को भी भारी संख्या में मतदान करते देखकर पूरे देश के लोकतंत्र प्रेमियों को एक विशेष आनंद हो रहा है.
उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में हो रहे ये चुनाव यूपी के विकास के साथ ही देश के विकास के लिए ही उतने ही महत्वपूर्ण है. पीएम मोदी ने कहा, यूपी के लोगों का विकास, भारत के विकास को गति देता है. उन्होंने कहा, यूपी के लोगों का सामर्थ्य, भारत के सामर्थ्य को बढ़ाता है. उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोला. पीएम ने कहा, घोर परिवारवादी चाहते हैं गरीब हमेशा उनके चरणों में रहे, उनके चक्कर लगाता रहे. हम गरीब की चिंता करते हुए उनके जीवन से मुश्किलें कम करने का काम कर रहे हैं और इसलिए आज यूपी का गरीब भाजपा के साथ डटकर खड़ा है. इसलिए ये लोग बौखलाए हुए हैं, यूपी के लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं.
बाराबंकी की रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इन्हें (विपक्षी दल) पता नहीं है कि भाजपा की जीत का झंडा आज यूपी के गरीब ने खुद इस झंडे को उठा लिया है. यूपी में जिन 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है, वो आज भाजपा की विजय के लिए जी जान से जुटा हुआ है. उन्होंने कहा, जिन गरीबों, मध्यम वर्ग, बुर्जुगों को इस कोरोना काल में 28 करोड़ मुफ्त टीके लगे हैं, वो भाजपा के प्रतिनिधि बनकर उसकी जीत सुनिश्चित कर रहे हैं. बकौल पीएम मोदी, यही कोरोना वैक्सीन है जिनके कारण आज युवा स्कूल-कॉलेज जा पा रहे हैं. व्यापार-कारोबार चल पड़ा है. इसलिए यूपी कह रहा है... आएगी तो भाजपा ही ! आएंगे तो योगी ही.
प्रधानमंत्री ने भाजपा सरकार की योजनाएं गिनाईं और कहा, घर और स्कूल में शौचालय हों, गैस कनेक्शन हो, बिजली-पानी कनेक्शन हो, गर्भावस्था के दौरान हज़ारों रुपए की सीधी मदद हो. उन्होंने कहा, यूपी में हमने लाखों घर पीएम आवास योजना के बनाए हैं, वो भी ज्यादातर महिलाओं के ही नाम हैं. ऐसे हर काम को हमने पूरे मन से, पूरी लगन से किया. जितनी सुविधाएं हमने बहनों को दी हैं, ये किसी की जाति या मजहब देखकर नहीं दीं. सबसे अधिक लाभ अगर इन योजनाओं का हुआ है तो हमारी दलित, पिछड़े और मुस्लिम समाज की बहनों को हुआ है.