लखनऊ :उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (up assembly election 2022) में सभी पार्टियां महिलाओं का वोट हासिल करने की कोशिश करती हैं, लेकिन राज्य की राजधानी लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में अगर महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने की बात करें तो इससे सभी पार्टियों को दिक्कत है. हालांकि इस मामले में कांग्रेस पार्टी अन्य पार्टियों की तुलना में अव्वल है. वहीं बहुजन समाज पार्टी ऐसी पार्टी है जिसकी मुखिया तो महिला हैं लेकिन महिलाओं को तरजीह देने में यह पार्टी पूरी तरह फिसड्डी है. उत्तर प्रदेश की सत्ता पर पांच साल तक काबिज रहने वाली भारतीय जनता पार्टी की भी दिलचस्पी महिलाओं को हिस्सेदारी देने पीछे है.
गौरतलब है कि लखनऊ में शहरी और ग्रामीण मिलाकर कुल नौ विधानसभा सीटें हैं. इनमें उत्तरी, पूर्वी, पश्चिमी, मध्य विधानसभा, कैंट, सरोजनी नगर, बख्शी का तालाब, मलिहाबाद व मोहनलालगंज विधानसभा शामिल हैं. इन सभी सीटों पर सपा, कांग्रेस व भाजपा ने कुल छह महिलाओं को ही अपना उम्मीदवार बनाया है. इनमें तीन महिला प्रत्याशी कांग्रेस की, दो प्रत्याशी समाजवादी पार्टी की और एक भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार है.
सपा ने उत्तर विधानसभा सीट और मोहनलालगंज विधानसभा सीट से, कांग्रेस पार्टी ने मोहनलालगंज विधानसभा सीट, पश्चिम विधानसभा सीट और मध्य विधानसभा सीट से तो भारतीय जनता पार्टी ने मलिहाबाद विधानसभा सीट से महिला को सदन जाने का मौका दिया है. जबकि बसपा ने एक भी महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है.
तीन सीटों पर कांग्रेस की तीन महिला प्रत्याशी
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा महत्व महिलाओं को दिया है. पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने का एलान भी किया था. इसके चलते लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने पश्चिम विधानसभा सीट पर शाहाना सिद्दीकी को प्रत्याशी बनाया है. मध्य विधानसभा सीट पर सदफ जाफर तो वहीं मोहनलालगंज विधानसभा सीट से ममता चौधरी कांग्रेस से प्रत्याशी हैं. पार्टी ने अपने 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने के वादे को पूरी तरह निभाया है.