नई दिल्ली: देश में रोजाना कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार और तेजी से गिरावट आ रही है, हालांकि सरकार ने जोर दिया कि कोविड-19 संबंधी उपयुक्त व्यवहार का पालन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में किसी और लहर को आने से रोका जा सके. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन की अब धीरे-धीरे अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. वहीं एशियन सोसाइटी फॉर इमरजेंसी मेडिसिन के अध्यक्ष व वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. तमोरिश कोले ने मंगलवार को ईटीवी भारत के साथ विशेष साक्षात्कार में कहा कि किसी भी क्षेत्र में मामलों की अचानक वृद्धि होने पर अनलॉक की प्रक्रिया को रोक देना चाहिए.
विशेषज्ञ का मानना है कि अभी हम कोविड-19 महामारी की दूसरी और तीसरी लहर के बीच हैं. वहीं नए मामलों की घटती संख्या के साथ कुछ राज्यों में अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, ऐसे में काफी ज्यादा सामाजिक और प्रशासनिक अनुशासन लागू करने की जरूरत है. इसके अलावा कोविड की प्रमुख रणनीतियों में ट्रांसमिशन की रोकथाम विशेष रूप से सुपर स्प्रेडर इवेंट, मामलों और संपर्कों का शीघ्र पता लगाना, चिंता के प्रकार पर नजर रखने के साथ राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे और कार्यबल को तैयार करना है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि भारत में 7 मई के बाद से मामलों में लगातार कमी आ रही है. नए मामलों में लगभग 79 प्रतिशत की गिरावट आई है. वही पिछले हफ्ते से नए मामलों में 33 फीसदी की गिरावट आई है. भारत का कुल रिकवरी रेट अब 94.3 प्रतिशत है. पिछले 5 सप्ताह में साप्ताहिक सकारात्मकता दर (weekly positivity rate) में भी 70 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. 4 से 10 मई के बीच 21.4 फीसदी और 1 से 7 जून की अवधि में सकारात्मकता दर (positivity rate)घटकर 6.3 फीसदी हो गई है. डॉ कोले ने यह भी कहा कि महामारी से लड़ने के लिए टीकाकरण भारत के पास वर्तमान में उपलब्ध एक बड़ी संपत्ति है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 23.62 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.
टीकों की 200 करोड़ खुराक