हैदराबाद :दुनिया भर में कभी वित्तीय कारणों , कभी इलाज या चिकित्सकों के अभाव तो कभी जानकारी या जागरूकता के अभाव सहित बहुत से कारणों से लाखों लोग समय पर जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं. भले ही समय से साथ चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर काफी विकास हुआ है, लेकिन अभी भी हर व्यक्ति के लिए तमाम जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं तक सरल पहुंच संभव नहीं हो पाई है. दुनिया के हर कोने में हर व्यक्ति को बिना किसी भेदभाव स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा इसके लिए ना सिर्फ वित्तीय बल्कि हर संभव तरह से उनकी मदद के लिए प्रयास करने के उद्देश्य से दुनियाभर में हर साल 12 दिसंबर को “यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे/ सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस” मनाया जाता है.
इस वर्ष यह दिवस पूर्ण यानी सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की दिशा में आगे बढ़ने में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर विचार करने तथा इस दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए संबंधित प्रणालियों से आह्वान करने के उद्देश्य से "सभी के लिए स्वास्थ्य: कार्रवाई का समय" थीम पर मनाया जा रहा है.
यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे का इतिहास
वर्ष 2012 में 12 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा सर्वसम्मति से अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए सभी देशों से एक आवश्यक प्राथमिकता के रूप में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज की दिशा में प्रयास बढ़ाने को लेकर एक ऐतिहासिक प्रस्ताव का समर्थन किया था. इसके उपरांत वर्ष 2014 में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज गठबंधन द्वारा 12 दिसंबर को 'यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज दिवस' मनाया गया था. इस अवसर पर #हेल्थ फॉर ऑल , के तहत इस दिशा में सतत विकास के लक्ष्य को संयुक्त राष्ट्र 2030 एजेंडा के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में शामिल किया गया था. इसके उपरांत वर्ष 2017 में संयुक्त राष्ट्र ने आधिकारिक तौर पर 12 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस के रूप में नामित किया था.
आयोजन का उद्देश्य
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस के आयोजन के मुख्य उद्देश्यों की बात करें तो उनमें लोगों की आय के स्तर, सामाजिक स्थिति, लिंग, जाति या धर्म को किनारे करते हुए सभी नागरिकों के लिए समान व न्यायसंगत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए प्रयास करने, इस दिशा में उनकी आर्थिक मदद के लिए प्रयास करने व इसके लिए उन्हें बीमा खरीदने व इलाज व दवाओं का बिल भरने में मदद करने वाली सहूलियतों के बारे में जागरूक करने, आम जन में हर रोग तथा उसकी जांच व इलाज को लेकर जागरूकता फैलाने तथा चिकित्सा सुविधाओं व उपचार की हर जन तक उपलब्धता के साथ इलाज के उपरांत जरूरतमंदों के पुनर्वास, देखभाल तथा रोकथाम के लिए प्रयास करना आदि शामिल हैं.
गौरतलब है कि हर जन तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता की दिशा में प्रगति के साथ ही सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज से लोगों को कई अन्य व्यक्तिगत व सामाजिक लाभ भी मिलते हैं. जैसे जनसंख्या के स्वास्थ्य में सुधार, गरीबी में कमी, नौकरियों में बढ़ोत्तरी तथा वित्तीय सुरक्षा आदि .