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राजस्थानः अनोखा स्कूल, जहां पढ़ते हैं 14 जुड़वा भाई-बहन, इन्हें देख आप भी हो जाएंगे कंफ्यूज - 14 twin brothers and sisters study

राजस्थान के उदयपुर जिले में एक ऐसा स्कूल है, जहां एक नहीं, बल्कि 14 जुड़वा भाई-बहन पढ़ते (14 twins study in this school of Udaipur) हैं. स्कूल में बच्चों के हमशक्लों को देखकर हर कोई हैरान हो (Everyone is shocked to see the twins) जाता है, क्योंकि इनकी शक्ल आपस में हुबहू मिलती है. बावजूद इसके इन बच्चों की अपनी-अपनी खूबी और विशेषताएं हैं.

14 twins study in this school of Udaipur, Everyone is shocked to see the twins
पढ़ते हैं 14 जुड़वा भाई-बहन.

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Published : Sep 29, 2022, 10:13 PM IST

उदयपुर.आज हम जिले के एक ऐसे स्कूल की बात करने जा रहे हैं, जिसमें एक नहीं, बल्कि 14 जुड़वा भाई-बहन (14 twins study in this school of Udaipur) पढ़ते हैं. स्कूल में बच्चों के हमशक्लों को देखकर हर कोई हैरान हो (Everyone is shocked to see the twins) जाता है, क्योंकि इनकी शक्ल आपस में हुबहू मिलती है. ऐसे तो आपने फिल्मों में जुड़वा भाई-बहनों के कई किस्से सुने और देखें होंगे, लेकिन उदयपुर के इस निजी स्कूल में 14 जुड़वा भाई-बहन पढ़ते हैं. वहीं, इनमें एक ट्रिपलेट भी है. इन सभी बच्चों की अपनी-अपनी खूबी और विशेषताएं हैं. वहीं, बुधवार को स्कूल पहुंची ईटीवी भारत की टीम ने जुड़वा बच्चों से जुड़ी खास बातों को जानने के साथ ही उनके पढ़ाई के तौर तरीकों के बारे में जाना.

स्कूल के निदेशक डॉ. लोकेश जैन ने बताया कि उनकी स्कूल में 1700 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं. उनकी स्कूल में अलग-अलग कक्षाओं में 14 जुड़वा भाई-बहन पढ़ते हैं. उन्होंने बताया कि यह एक संयोग ही है कि इतनी बड़ी संख्या में जुड़वा भाई-बहन यहां पढ़ रहे हैं. स्कूल के निदेशक ने बताया कि इन सभी बच्चों की पृथक जीवन शैली (Every child is different from each other) है. इनमें कोई बच्चा शर्मिला है तो कोई बहुत तेज तर्रार है. किसी को बाहर का खाना पसंद है तो कोई सिर्फ घर का ही खाना खाता है. किसी को फिल्म देखना पसंद है तो किसी का फोकस पूरी तरह से खेल पर है. वहीं, एकेडमी डायरेक्टर डॉ. माया त्रिवेदी ने बताया कि इन जुड़वा बच्चों का हम विशेष ध्यान रखते हैं. कई बार तो ये बच्चे आपस में ही लड़ने झगड़ने लगते हैं.

पढ़ते हैं 14 जुड़वा भाई-बहन.

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स्कूल की एक अन्य शिक्षिका नीलू ने बताया कि ये बच्चे एक-दूसरे को हर चीज शेयर करते हैं. कभी कभार इनके नाम को लेकर हम लोग भी कंफ्यूज हो जाते हैं, क्योंकि इनकी आदतें एक-दूसरे बहुत मिलती-जुलती है. हालांकि, इन सभी बच्चों के अलग-अलग ख्वाब है. कुछ बड़े होकर कलेक्टर बनना चाहते हैं तो कुछ इंजीनियर और शिक्षक बनना चाहते हैं. स्कूल के छात्र अक्षराज सिंह ने बताया कि उसे क्रिकेट खेलना पसंद है. लेकिन उसकी बहन अनीवधी फुटबॉल खेलती है.

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