पुणे में 'दो धागे श्री राम के लिए' कार्यक्रम में शामिल हुईं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी
महाराष्ट्र के पुणे में रविवार को 'दो धागे श्री राम के लिए' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अयोध्या में राम मंदिर में आगामी 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में पुणे से ही जरूरी कपड़े भेजे जाएंगे, जिनका निर्माण शुरू कर दिया गया है. Ram temple of Ayodhya, Union Minister Smriti Irani
पुणे में एक कार्यक्रम में शामिल हुईं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी
पुणे: आगामी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने वाला है. मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला की मूर्ति के जरूरी कपड़े महाराष्ट्र के पुणे शहर से जाएंगे. इसके लिए रविवार को पुणे में 'दो धागे श्री राम के लिए' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्रक्रम की शुरुआत के साथ ही रविवार से ही कपड़ों की बुनाई शुरू हो गई.
कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया. लेकिन इस कार्यक्रम की सफलता की तस्वीर पुणे में देखने को नहीं मिली. इस दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि पुणे के सभी लोगों को श्री राम की पोशाक बनाने में योगदान देना चाहिए. श्री राम मंदिर में योगदान देने के लिए पुणे स्थित सामाजिक कार्यकर्ता अनघा घैसास के हथकरघा संस्थान द्वारा श्री राम की पोशाक बनाई जा रही है.
इस कार्यक्रम में मंत्री चंद्रकांत पाटिल, गोविंदगिरी महाराज, संघ के सह सरकार्यवाह भैयाजी जोशी जैसे गणमान्य लोग मौजूद थे. लेकिन मुख्य कार्यक्रम गुडलक चौक पर धागा बुनाई के बाद, कार्यक्रम रैली पुणे के मॉडर्न कॉलेज के मैदान में आयोजित की गई थी. स्मृति ईरानी बिना कोई भाषण दिए दिल्ली लौट गईं, क्योंकि कार्यक्रम के दौरान मैदान में पड़ीं ज्यादातर कुर्सियां खाली थीं.
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन समारोह 22 जनवरी 2024 को हो रहा है. इस दिन मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा होगी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे. प्राणप्रतिष्ठा से एक सप्ताह पहले पूजा-अर्चना शुरू होने जा रही है. मंदिर के लोकार्पण समारोह में 130 देशों के प्रतिनिधि, साधु, महंत अयोध्या में मौजूद रहेंगे. इस समारोह के बाद राम मंदिर आम जनता के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा.
इस कार्यक्रम का उद्घाटन और शुरुआत करने के लिए गोविंदगिरि महाराज मौजूद थे. उन्होंने इस दौरान मीडिया से भी बात की. पहले हमारा मंदिर हजारों साल पहले तोड़ा गया था. हमें इस बात पर विचार करना होगा कि वे नष्ट हो गये हैं. अब यह मंदिर (अयोध्या में राम मंदिर) बन रहा है. जैसे पुराने मंदिरों को नष्ट कर दिया गया, वैसे ही इन मंदिरों के साथ भी कुछ किया जाना चाहिए, इस तरह की सोच टुकड़े-टुकड़े गैंग के ऐसे लोगों के मन में भी है.