कूच बिहार: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान व्यापक हिंसा को लेकर केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा कि ये गणतंत्र का चुनाव नहीं बल्कि मृत्यु का त्योहार था. प्रमाणिक ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार पंचायत चुनावों की तारीख की घोषणा के बाद से राज्य में हुई मौतों की सटीक जानकारी भी नहीं देंगी.
उत्तर बंगाल से आने वाले भाजपा नेता ने कहा, 'यह (मौतें और चुनावी हिंसा) नहीं होना चाहिए था. चुनाव गणतंत्र का त्योहार है लेकिन इस बार, बंगाल में पंचायत चुनाव मौत का त्योहार बन गया. बंगाल में पंचायत चुनावों की घोषणा के बाद से राज्य सरकार अपनी जान गंवाने वाले लोगों की संख्या पर आधिकारिक डेटा भी जारी नहीं करेगी.'
उन्होंने कहा कि हालांकि चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा और झड़पें बंगाल में कोई नई बात नहीं है, लेकिन शनिवार को पंचायतों के लिए मतदान के दौरान देखी गई हिंसा का पैमाना 'अभूतपूर्व' था. केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, जबकि कई लोग लापता हैं. हमें नहीं पता कि हिंसा के कारण लापता हुए लोग जीवित भी हैं या नहीं. जिस तरह से इस साल पंचायत चुनाव हुए, उससे हमारा सिर शर्म से झुक जाता है. यह घटनाएँ पश्चिम बंगाल के चुनावी इतिहास में न भूलने वाला अध्याय है.' शनिवार की शुरुआत में हिंसा की कई घटनाओं ने राज्य भर में पंचायत चुनावों के संचालन पर एक लंबा प्रभाव डाला.
दक्षिण 24 परगना जिले के फुल मलंचा मतदान केंद्र पर कच्चे विस्फोटक की चपेट में आने से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. एसडीपीओ दिबाकर दास ने कहा, 'आशंका है कि व्यक्ति की मौत हो गई है, लेकिन डॉक्टरों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है. क्रूड बम ने पीड़ित के सिर पर हमला किया था. उसे बसंती ग्रामीण अस्पताल (दक्षिण 24 परगना जिले में) में भर्ती कराया गया था.'