लखनऊ : केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर के घर पर विनय श्रीवास्तव के मर्डर से कई सवाल खड़े हो गए हैं. विनय श्रीवास्तव के परिजनों ने गंभीर सवाल किया है कि आखिर जब विकास किशोर हमेशा कहीं भी जाते थे तो विनय को साथ ले जाते थे, लेकिन कल जब दिल्ली गए तो विनय को साथ क्यों नहीं ले गए? इतना ही नहीं अपनी लाइसेंसी पिस्तौल घर छोड़कर क्यों गए? इशारों में ही सही परिजन विकास किशोर पर भी शक जता रहे हैं. विनय श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम कराने के दौरान पोस्टमार्टम हाउस पर बड़ी संख्या में परिजन मौजूद रहे. इसी दौरान बातचीत में कई गंभीर आरोप उभर कर सामने आए.
ईटीवी भारत ने विनय श्रीवास्तव के भाई विकास श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने बताया कि कभी ऐसा होता ही नहीं था. विकास किशोर और विनय श्रीवास्तव साथ न रहते हों. ऐसा पहली बार हुआ है जब वे दिल्ली गए तो विनय को नहीं ले गए. विकास श्रीवास्तव ने बताया कि हम पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी करना चाहते हैं, लेकिन डॉक्टर ने भरोसा दिया है कि सब कुछ सही होगा. किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. फॉरेंसिक जांच होगी, फिंगरप्रिंट लिए जाएंगे, जिससे किसी भी तरह शक की गुंजाइश न रहे.
विकास का कहना है कि कल रात में चार से साढ़े चार बजे मेरे भाई के पास अंकित वर्मा का फोन आया था जो घटना के वक्त विकास किशोर के घर पर ही मौजूद था. उन्होंने बताया कि विनय श्रीवास्तव के अलावा अंकित वर्मा, अजय और शमीम गाजी उस वक्त वहीं मौजूद थे. विकास ने बताया कि भाई से रात 1:30 बजे 20 मिनट तक विनय श्रीवास्तव की बात भी हुई थी. वह काफी हैरान परेशान लग रहा था, लेकिन कहा था कि मैं जल्द ही घर आता हूं. चार बजे के करीब अंकित वर्मा का फोन आया कि विनय को गोली लग गई है. इसके बाद मौके पर पहुंचे तो जमीन पर लाश पड़ी थी. खून बिखरा हुआ था.