नई दिल्ली/भुवनेश्वर/कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि की शनिवार को आलोचना की और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की. राष्ट्रपति मुर्मू पर टिप्पणी के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'मंत्री गिरि की टिप्पणी की जितनी निंदा की जाए कम है. अगर ममता बनर्जी में नैतिकता है या लोकतंत्र पर विश्वास है, तो उन्हें तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने सामंती मानसिकता वाले देश के प्रथम नागरिक का अपमान किया. लोकतंत्र में लिंग और रंग के खिलाफ इस तरह की असहिष्णुता निंदनीय है. कुछ दिन पहले अधीर चौधरी ने भी ऐसा ही किया था. मुझे उम्मीद है कि ममता बनर्जी महिलाओं की प्रतिनिधि होने के नाते कार्रवाई करेंगी.'
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गिरि के बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की और यह स्पष्ट करने को कहा कि किसके इशारे पर उन्होंने इस तरह की 'दुर्भाग्यपूर्ण' और 'अभद्र' टिप्पणी की. मुंडा ने कहा कि उन्होंने 10 करोड़ से अधिक आदिवासियों की भावनाओं को आहत किया है और देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को चोट पहुंचाई है. वायरल हुए 17 सेकंड के एक वीडियो में गिरि “राष्ट्रपति के रूप” के बारे में टिप्पणी करते हुए सुनाई दे रहे हैं.
इसी तरह, राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नयागढ़ जिले में विरोध मार्च निकाला और बंगाल मंत्री का पुतला फूंका. पात्रा ने मांग की, "गिरि के बयान से ओडिशा के लोगों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. यह न केवल ओडिशा के लोगों का अपमान है, बल्कि यह महिलाओं और पूरे आदिवासी समुदाय का भी अपमान है. मंत्री को कैबिनेट से तुरंत हटा देना चाहिए और गिरफ्तार कर लेना चाहिए."
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, "पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब राष्ट्रपति मुर्मू के खिलाफ टीएमसी मंत्री अखिल गिरि की टिप्पणी पर कुछ नहीं बोल रहीं हैं. हम उस मंत्री की बात नहीं सुनना चाहते, हम जानना चाहते हैं कि ममता जी कब गिरि को पार्टी से हटाएंगी. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि संविधान के मूल्यों की रक्षा करने का संकल्प लेने वाला एक मंत्री इस तरह का आपत्तिजनक बयान देता है तो उसे निश्चित रूप से बर्खास्त किया जाना चाहिए. भाटिया ने कहा कि ममता बनर्जी को मिसाल कायम करते हुए इस तरह के नेता को अपनी पार्टी से निष्कासित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन जनजातीय समुदाय की एक महिला के खिलाफ गिरि की टिप्पणी ने हर देशवासी की भावनाओं को आहत किया है.
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख सुकांत मजुमदार ने कहा कि गिरि की यह टिप्पणी तृणमूल कांग्रेस की जनजातीय विरोधी मानसिकता को दर्शाती है. भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एंव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी कैबिनेट के मंत्री ने राष्ट्रपति का अपमान किया है. भाजपा विधायक कुसुमु टेटे ने कहा, "एक आदिवासी विधायक के रूप में, मैं बंगाल के मंत्री अखिल गिरी की इस तरह की टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं. मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अनुरोध करता हूं कि ऐसे मनोरोगी को तुरंत देश से बाहर करें और गिरफ्तार करें क्योंकि उसने भारत के प्रथम नागरिक पर अपमानजनक टिप्पणी की है." उन्होंने आगे कहा कि किसी को भी भारत के राष्ट्रपति पर इस तरह की टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. टेटे ने भी शिकायत दर्ज कराई थी.