नई दिल्ली : केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने प्रमुख हितधारकों के साथ हवाईअड्डों पर खासकर दिल्ली और मुंबई में भीड़भाड़ की समस्या की समीक्षा की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भल्ला ने प्रवेश द्वारों, सामान जमा कराने वाले क्षेत्र और सुरक्षा जांच वाले क्षेत्रों में यात्रियों से लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर एक बैठक बुलाई थी.
एक अधिकारी ने बताया कि बैठक में नागर विमानन मंत्रालय, हवाईअड्डा संचालकों, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया. नागर विमानन मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि दिल्ली हवाई अड्डे पर भीड़ को कम करने के लिए उठाए गए जरूरी कदमों के बाद अब यात्रियों को बोर्डिंग के लिए जांच चौकियों और प्रवेश द्वारों पर लगने वाले समय में कमी आई है.
वहीं, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि प्रमुख हवाईअड्डों पर भीड़भाड़ कम करने के लिए सभी एजेंसियां पिछले 24-36 घंटों से मुस्तैद हैं. उन्होंने कहा, 'टर्मिनल-3 के प्रवेश द्वार और चेक-इन काउंटरों पर भीड़ कम हो गई है. चार अतिरिक्त एक्स-रे मशीनें लगाई गई हैं, प्रतीक्षा समय के बारे में बताने के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं. सीआईएसएफ कर्मियों की तैनाती पहले ही शुरू हो चुकी है, और अगले कुछ दिनों में इसमें वृद्धि होगी.'
इधर नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि सरकार अंतिम छोर तक हवाई सम्पर्क पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और इसके तहत उड़ान योजना में टीयर-3 शहरों में कनेक्टिविटी को बढ़ाया जायेगा. लोकसभा में पूरक प्रश्नों के उत्तर में सिंधिया ने कहा कि उड़ान योजना हवाई सम्पर्क को बढ़ाने से जुड़ी एक महत्वपूर्ण योजना है तथा देश में टीयर-1 और टीयर-2 शहरों के बीच जबर्दस्त सम्पर्क है.