हजारीबागः सीमा सुरक्षा बल अपना 59वां स्थापना दिवस मना रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों, पदाधिकारी, सेवानिवृत कर्मी और शहीद जवानों के परिजनों को स्थापना दिवस की शुभकामना दी हैं. उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल की बदौलत ही देश सुरक्षित है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि यह बेहद हर्ष का विषय है कि बीएसएफ के स्थापना दिवस पर हजारीबाग की धरती पर हूं. जीवन पर्यंत कर्तव्य का नारा जो बीएसएफ को दिया गया था, वह चरितार्थ हो रहा है. 1900 से अधिक बीएसएफ के जवानों ने अपना सर्वोच्च न्योछावर देश के लिए किया है. माइनस 40 डिग्री से लेकर 45 डिग्री तापमान में बीएसएफ सेवा दे रहा है. बंगाल की सीमा पर सुंदर नगर के जल में भी सीमा सुरक्षा बल तैनात है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दुर्गम से दुर्गम इलाके में बीएसएफ जिस तरह से अपना कर्तव्य निभा रहा है, यह हम सभी के लिए गर्व की बात है. पूरे देशवासियों को बीएसएफ पर नाज है और गृह मंत्री होने के नाते बीएसएफ को सेल्यूट करता हूं. उन्होंने कहा कि जब यह सूचना आती है कि किसी सीमा पर घुसपैठ हुई है. जब बीएसएफ कंट्रोल रूम से यह जानकारी दी जाती है कि बीएसएफ के जवान वहां तैनात हैं तो आराम से नींद आती है. यह बीएसएफ के प्रति विश्वास को दर्शाता है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बीएसएफ विश्व की सबसे बड़ी सीमा सुरक्षा बल है, जो सीमा के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. यही नहीं UN में भी शांति को लेकर बीएसएफ का नाम स्वर्ण अक्षरों से अंकित है. जवान दीपावली रेगिस्तान में, होली पर्वत में और छठ दुर्गम पानी के अंदर मानते हैं. जिस देश की सीमा सुरक्षित नहीं होती है वह विकसित भी नहीं होता है. उन्होंने संबोधन में चंद्रयान से लेकर अर्थव्यवस्था तक का जिक्र किया. इन्होंने कहा कि आज जो भारत की अर्थव्यवस्था तेज गति से बढ़ रही है, उसमें सीमा सुरक्षा बल का महत्वपूर्ण योगदान है. सीमा सुरक्षित होगी तभी सभी को देश पर विश्वास होगा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा स्थापना दिवस के अवसर पर कुल 23 पदक दिए गए. जिसमें पांच पदक शहीद के परिजनों को दिया गया. इसके अलावा 11 पदक पुलिस गैलंट्री अवॉर्ड, 11 विशिष्ट सेवा राष्ट्रपति पदक और 5 बीएसएफ आंतरिक स्पर्धा के कर्मियों को दिया गया है. इस समारोह के पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हजारीबाग में स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी, मदनलाल शर्मा, लोकनायक जयप्रकाश नारायण ,बाबू राम नारायण सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया. शहीदों के परिजनों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आपका जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है. लेकिन पूरा देश आपका ऋणी है, आपके परिजनों जो शहीद हुए हैं उनका नाम इतिहास में वर्णित हो गया है.