पटना: बिहार की राजधानी पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक खत्म हो गई. इसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की. इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मीटिंग में शामिल हुए. वहीं इस बैठक में झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सीएम को भी शामिल होना था, लेकिन तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री नहीं आ पाए. उनके बदले उनके प्रतिनिधि के तौर पर तीनों के राज्यों के मंत्री और अधिकारियों की टीम पहुंची.
तीनों सीएम के बदले ये मंत्री हुए शामिल:इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए हैं. हालांकि बाकी तीनों राज्यों के सीएम इस मीटिंग में शिरकत नहीं कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जगह वित्त राज्यमंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के बदले वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव और ओडिशा के मुख्यमंत्री की बजाय राज्य सरकार के मंत्री तुषार क्रांति बेहरा और प्रदीप कुमार बैठक में शामिल हो रहे हैं.
पहली बार तीन-तीन राज्यों के सीएम बैठक में नहीं पहुंचे : पहली बार ऐसा हुआ है कि पूर्वी राज्यों की जो परिषद है, उसकी बैठक में तीन मुख्यमंत्री अनुपस्थित रहे हैं. निश्चित तौर पर इन तीन राज्यों में विपक्षी दलों की सरकार है. कयास यह भी लगाया जा रहा है कि तीन राज्यों के मुख्यमंत्री पूर्वी क्षेत्रीय परिषद के बैठक में भाग लेने इसीलिए नहीं पहुंचे हैं, क्योंकि यह लोग विपक्षी गठबंधन घटक दल के हैं और यही कारण रहा कि इन लोगों ने इस बैठक से दूरी बना रखी है.
बैठक के बाद ही पता चलेगा किस मुद्दे पर हुई चर्चा : मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद भवन में बैठक चल रही है. बैठक में बंगाल, ओडिशा, झारखंड के मंत्री के साथ-साथ कई अधिकारी भी शामिल हैं. अब देखना यह है कि झारखंड के मंत्री या ओडिशा के मंत्री या पश्चिम बंगाल के मंत्री जो इस बैठक में भाग लेने आए हैं. वह अपने राज्यों के किन-किन समस्याओं को इस बैठक में गिनाते हैं. बैठक के बाद ही पता चलेगा कि इन चार राज्यों की क्या कुछ मांगे हैं और उसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में क्या कुछ कहा है.
विशेष राज्य का दर्जा और झारखंड का पेंशन विवाद दो अहम मुद्दे : आपको बता दें कि बिहार सरकार ने पहले ही विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने की बात कही है. बिहार सरकार ने नदी जोड़ो अभियान के तहत बिहार में एक बड़ा डैम निर्माण कर करने की मांग भी करने की बात कही है. वहीं झारखंड में पेंशन को लेकर पुराने विवाद पर भी बैठक में चर्चा होने की बात है. हो सकता है इस मसले को भी बैठक में उठाया जाए और इसका समाधान निकालने की कोशिश हो. फिलहाल इस बैठक से तीन राज्यों की मुख्यमंत्री ने अपनी दूरी बना ली है.