नई दिल्ली :केरल के कोझीकोड जिले (Kozhikode district of Kerala) में निपाह वायरस (Nipah virus) के प्रकोप के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने राज्य सरकार से अस्पताल और समुदाय आधारित निगरानी को मजबूत करने को कहा है.
दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh government) से डेंगू के प्रकोप के बाद डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाइफस (scrub typhus ) और लेप्टोस्पायरोसिस (leptospirosis) के लिए सभी बुखार रोगियों की जांच करने को कहा है.
इन दोनों राज्यों में प्रतिनियुक्त दो केंद्रीय टीमों द्वारा स्वास्थ्य मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह निर्देश दिया गया है. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (National Centre for Disease Control) की एक केंद्रीय टीम ने निपाह के प्रकोप के मद्देनजर पांच सितंबर को केरल के कोझीकोड जिले का दौरा किया. टीम ने वायरस से संक्रमित एक 12 साल के बच्चे के परिवार के सदस्यों से बातचीत की.
केंद्रीय टीम की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम/श्वसन संकट (acute encephalitis syndrome/respiratory distress) और जनता को बताए गए रिस्की मामलों का जल्द पता लगाने के लिए जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है.
केरल के मुख्य सचिव (Kerala chief secretary) डॉ वीपी जॉय (Dr VP Joy) को भेजे गए एक पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (union health secretary Rajesh Bhushan) ने निपाह वायरस से लड़ने के लिए पांच सूत्रीय सिफारिशों का सुझाव (five points recommendations) दिया.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने निगरानी, संपर्क ट्रेसिंग, प्रयोगशाला सहायता, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और रसद के साथ-साथ सूचना, प्रशासन और समन्वय के लिए कहा है.