नयी दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को यह कहते हुए कि केंद्र और राज्यों के बीच समन्वित कार्रवाई से गर्मी की लहरों के कारण कोई मौत नहीं हो सकती है, सभी राज्य सरकारों से गर्मी से संबंधित बीमारियों पर राष्ट्रीय कार्य योजना का पालन करने को कहा. मंडाविया ने नई दिल्ली में सात प्रभावित राज्यों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि भारत ने हाल ही में द्विपराजय चक्रवात के लिए तैयारियों के उपायों के दौरान प्रदर्शित किया है कि केंद्र और राज्यों के बीच समय पर और प्रभावी समन्वय वांछित परिणाम उत्पन्न कर सकता है.
मंडाविया राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों, आपदा प्रबंधन मंत्रियों, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के प्रमुख सचिवों के साथ बातचीत कर रहे थे. मंडाविया ने कहा कि राज्यों द्वारा विचारों, विशेषज्ञता और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने से गर्मी से संबंधित बीमारी को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में सभी को समृद्ध बनाने में मदद मिलती है. ये सात राज्य गंभीर श्रवण तरंगों का प्रयोग कर रहे हैं.
मंडाविया ने राज्यों से लोगों को समय पर चेतावनी देने के साथ जमीनी स्तर पर राज्य कार्य योजना को लागू करने और लू के गंभीर प्रभाव को कम करने के लिए निवारक तैयारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया. मंडाविया ने उन राज्यों से भी कहा कि जिन्होंने अभी तक राष्ट्रीय कार्य योजना के आधार पर स्वास्थ्य कार्य योजना तैयार नहीं की है, वे विशिष्ट क्षेत्र स्तर की कार्रवाइयों का तत्काल विवरण दें और उसका प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करें.