ग्वालियर/इंदौर: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) आजकल हवाई सेवाओं के विस्तार को गति देने में जुटे हैं, बुधवार से दिल्ली-ग्वालियर और इंदौर (Indore To Gwalior Direct Flight) को जोड़ने वाली इंडिगो की फ्लाइट को हरी झंडी दिखाई गई, साथ ही 17 महीने बाद एक बार फिर प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर को अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं से जोड़ दिया गया है.
इंदौर और दुबई के बीच हवाई सेवा का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा ग्वालियर और इंदौर में आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से एक प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित किया गया.
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह दिल्ली से इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़े. इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि आम व्यक्ति को उड़ान से जोड़ना उनका मकसद है, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई सेवाओं को विस्तार देने और उड़ान को आम आदमी से जोड़ने का इरादा जाहिर किया था, उसी के मद्देनजर देश भर में हवाई सेवाओं को विस्तार दिया जा रहा है. सिंधिया ने कहा कि उनके 53 दिन के कार्यकाल में 58 नई फ्लाइट मध्यप्रदेश में शुरू की गई हैं, हवाई सेवाओं के क्षेत्र में एमपी को नया मुकाम देना उनकी पहली प्राथमिकता है.
आर्थिक राजधानी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हवाई सेवाओं से जोड़ना भी बहुप्रतीक्षित था.
उन्होंने कहा कि इंदौर और ग्वालियर (Gwalior) का प्राचीन काल से ही ऐतिहासिक महत्व है, ग्वालियर को स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा अस्पताल मिलने जा रहा है, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से उन्होंने ग्वालियर रेलवे स्टेशन के विस्तार और विकास के लिए भी बात की है. ढाई सौ करोड़ की लागत से रेलवे स्टेशन को नया स्वरूप दिया जाएगा.
इसी तरह 500 करोड़ की लागत से राजमाता विजयराजे सिंधिया विमानतल को भी विस्तारित किया जा रहा है, इसके लिए उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है. साथ ही उनसे आग्रह किया है कि कृषि विभाग की जो जमीन आलू अनुसंधान केंद्र के लिए आवंटित है, उसे एयरपोर्ट विस्तार के लिए जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं, ताकि अगले महीने से ही नए हवाई अड्डे को विस्तार दिया जा सके.