नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक बुलाई. जानकारी के मुताबिक बैठक खत्म हो चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोपहर 3 बजे कैबिनेट ब्रीफिंग होगी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को बुधवार को मंजूरी दे दी. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
इन तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले करीब एक वर्ष से दिल्ली की सीमा पर लगभग 40 किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं .
बता दें, पीएम मोदी ने 19 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी. सूत्रों से पता चला है कि केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के लिए एक बिल को मंजूरी दिए जाने की संभावना है.
बिल को कैबिनेट की मंजूरी के बाद संसद के दोनों सदनों में पारित करवाया जाएगा जिसके बाद तीनों कृषि कानून विधिवत रूप से खत्म हो जाएंगे. मोदी कैबिनेट आज इन कानूनों की वापसी पर अपने मंजूरी दे सकती है. कैबिनेट की बैठक पीएमओ में आज सुबह 11 बजे शुरू हुई थी.
दोनों सदनों से बिल पारित करवाया जाएगा
इसके बाद 29 नवम्बर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही कानून वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. संसदीय नियमों के मुताबिक किसी भी पुराने कानून को वापस लेने की भी वही प्रक्रिया है जो किसी नए कानून को बनाने की है. जिस तरह से कोई नया कानून बनाने के लिए संसद के दोनों सदनों से बिल पारित करवाना पड़ता है ठीक उसी तरह पुराने कानून को वापस लेने या समाप्त करने के लिए संसद के दोनों सदनों से बिल पारित करवाना पड़ता है.
राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही तीनों कृषि कानून निरस्त हो जाएंगे. बिल पारित होने में कितना समय लगेगा ये सरकार की प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा. हालांकि पीएम की घोषणा से अनुमान यही लगाया जा सकता है कि दो दिनों में ही दोनों सदनों से बिल पारित होकर राष्ट्रपति के पास अनुमति के लिए भेज दिया जाएगा. ऐसे में उम्मीद यही है कि सत्र शुरू होने के पहले हफ़्ते में ही तीनों कृषि कानून वापस ले लिए जाएंगे.
महत्वपूर्ण बातें
1- तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने के लिए सरकार एक ही बिल पेश करेगी