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युद्ध हो या शांति, हर स्थिति में बच्चों के अधिकारों की रक्षा का काम करता है यूनिसेफ

11 दिसंबर को दुनिया भर में यूनिसेफ के स्थापना दिवस को उसके जन्मदिन के रूप में मनाते हैं. आपातकालीन स्थिति में बच्चों व उनकी माताओं की मदद के लिए स्थापित वैश्विक संस्था बच्चों के मुद्दों पर युद्ध हो या शांति हर स्थिति में काम करता है. पढ़ें पूरी खबर..UNICEF Day, UNICEF Birth Day, UNICEF Day 2023, UNICEF History, For Every Child Every Right.

UNICEF Day
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 10, 2023, 7:47 PM IST

हैदराबाद : द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा की और से पीड़ित परिवारों के बच्चों तक राहत सामग्री पहुंचाने और उनकी मदद के लिए 11 दिसंबर 1946 एक वैश्विक संस्था के रूप में स्थापित किया था. स्थापना के समय इसका नाम अंतरराष्ट्रीय बाल आपातकालीन फंड (International Children’s Emergency Fund-ICEF) रखा गया था. 1953 में यूनिसेफ ने अपने मिशन को व्यापक बनाया और इसके नाम से अंतरराष्ट्रीय और आपातकालीन शब्द को हटा दिया गया. इसी के साथ यह संयुक्त राष्ट्र प्रणाली का एक स्थायी हिस्सा बन गया. वर्तमान में यह संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (United Nations Children's Fund-UNICEF) के नाम से जाना जाता है.

11 दिसंबर 2023 को यूनिसेफ स्थापना के 77 वर्ष पूरे हो रहे हैं. 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध से तबाह हुए देशों में बच्चों व माताओं को आपातकालीन स्थिति में भोजन और स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए यूनिसेफ को स्थापित किया गया था. आज के समय में इसका रोल बदल गया है. अब युद्ध हो या शांति, यूनिसेफ बच्चों के समग्र विकास के काम करता है. दुनिया के 190 से ज्यादा देशों या क्षेत्रों में बच्चों से जुड़े हर मुद्दे पर यूनिसेफ काम करता है. स्थापना के बाद से यूनिसेफ का कई बार लोगो बदला जा चुका है. इनमें में कुछ मुख्य काम इस प्रकार हैं.

यूनिसेफ दिवस 2023 के लिए थीम 'हर बच्चे के लिए हर अधिकार' (For Every Child Every Right) तय किया गया है.

  1. इसके तहत हर बच्चे के लिए शांति: हर बच्चे को, हर जगह, शांतिपूर्ण दुनिया में रहने का अधिकार है.
  2. हर बच्चे के लिए एक रहने योग्य प्लेनेट: बच्चों को एक सुरक्षित और रहने योग्य ग्रह का अधिकार है.
  3. हर बच्चे के लिए, एक आवाज: बच्चों की बात सुनी जानी चाहिए और उन सभी निर्णयों में उन्हें शामिल किया जाना चाहिए जो उन्हें प्रभावित करते हैं.

यूनिसेफ का मुख्य कार्यक्षेत्र

बच्चों की सुरक्षा
विश्व भर में फैले बच्चों की सुरक्षा व संतुलित विकास के लिए यूनिसेफ नीतियां तैयार करता है. दुनिया भर में फैले स्टेक होल्डरों के साथ मिलकर उन नीतियों को जमीन पर उतारने के लिए नियमित रूप से काम करता है. नीतियों का निर्माण करना और उसे लागू करने में समन्वयक की भूमिका अदा करता है, योजनाओं को इन नीतियों के मदद से बच्चों का समावेशी विकास होता है.

बच्चों के जीवन की सुरक्षा
धरती पर मौजूद हर बच्चे को जीने और फलने-फूलने या कहें तो जीवन में आगे बढ़वे का अधिकार है. दुनिया के कई हिस्सों में मौजूद कमजोर बच्चों के लिए कई बार ये सुविधाएं आसान नहीं होता है. ऐसी परिस्थियों पर यूनिसेफ अपनी योजनाओं से कमजोर बच्चों की सुरक्षा कर बाल मृत्यु दर को नियंत्रित करता है.

बच्चों के लिए शिक्षा
शिक्षा या कहें तो सीखने का अधिकार हर बच्चों का हक है. कई कारणों से आज भी भारत के अलग-अलग हिस्सों में बच्चे या तो शिक्षा से वंचित रह जाते हैं या उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है. खासकर वैसे परिवार की लड़कियां जो आर्थिक, सामाजिक रूप से पिछड़े हैं. ऐसे बच्चों की शिक्षा के लिए यूनिसेफ विशेष रूप से काम करता है.

सामाजिक बदलाव
सभी बच्चों को जीवन में समान अवसर पाने का अधिकार है. सामाजिक नीतियों और व्यवस्था का किसी भी बच्चे के विकास पर काफी प्रभाव पड़ता है. यूनिसेफ दुनिया भर के बच्चों को गरीबी के परिणामों से बचाने के लिए काम करता है, ताकि आजीवन उन्हें इसके दुष्परिणाम का सामना नहीं करना पड़े.

इमरजेंसी में बच्चों की मदद
हर दिन दुनिया के किसी ने किसी कोने में कोई न कोई इलाका गंभीर आपदा का दंश झेल रहा होता है. इसका खामियाजा सबसे ज्यादा बच्चों पर पड़ता है. यूनिसेफ आपदा की स्थिति में बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा सहित सभी पहलूओं पर काम करता है. वर्तमान में इजरायल और फिलिस्तीन के संकट ग्रस्त इलाके में यूनिसेफ काम कर रहा है.

बराबरी का हक
लड़का हो या लड़की सबों को बराबरी का हक है. ज्यादातर जगहों पर लड़कों की अपेक्षा लड़कियों को समाज में बराबरी का हक नहीं मिलता है. लड़कियों व महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए यूनिसेफ सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक प्रणालियों में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करने की योजना पर काम करता है.

बच्चों के लिए शोध
बच्चों व युवाओं के जीवन को सुगम बनाने के लिए लिए यूनिसेफ नियमित रूप से काम करता है. उनके लिए नीतियों का निर्माण, लागू करने के लिए समन्वय करने के अलावा उनके लिए लिए नियमित रूप से शोध करता है. शोध के परिणामों के आधार पर संबंधित सरकारों व एजेंसियों को इस पर नीति लागू करने के लिए सुझाव देता है.

यूनिसेफ के काम का क्षेत्र

  1. जनसांख्यिकी
    यूनिसेफ
  2. बाल मृत्यु दर
    यूनिसेफ
  3. मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य
    यूनिसेफ
  4. बाल स्वास्थ्य
    यूनिसेफ
  5. किशोर स्वास्थ्य
    यूनिसेफ
  6. एचआईवी/एड्स के खिसाफ लड़ाई
    यूनिसेफ
  7. नवजात शिशु, प्री-स्कूल/स्कूल उम्र के बच्चे, महिलाएं और परिवार का पोषण
    यूनिसेफ
  8. पोषण: स्तनपान और आहार
    यूनिसेफ
  9. बचपन के विकास
  10. बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
  11. बाल अधिकारों का संरक्षण
  12. सामाजिक सुरक्षा और समानता
  13. बच्चों के लिए साफ-सफाई
  14. दिव्यांगों के लिए समान अवसर
  15. महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण
  16. बच्चों प्रवासन की समस्या पर ध्यान देना

यूनिसेफ से जुड़ी 10 बातें

  1. यूनिसेफ का जन्म 1946 में युद्ध प्रभावित बच्चों की सहायता के लिए हुआ था
  2. किसी भी अन्य मानवतावादी समूह की तुलना में अधिक बच्चों की जान बचाता है.
  3. यूनिसेफ के द्वारा 1990 से अब तक 90 मिलियन से अधिक लोगों की जान बचाई गई है.
  4. दुनिया के लगभग 40 फीसदी बच्चों के टीकाकरण में यूनिसेफ का योगदान है.
  5. वित्तीय जवाबदेही के लिए यूनिसेफ को सर्वश्रेष्ठ दान संस्थाओं में स्थान है.
  6. यूनिसेफ चिकित्सीय सुविधा, भोजन और मच्छरदानी जैसे महत्वपूर्ण संसाधन भी उपलब्ध करता है.
  7. यूनिसेफ बाल तस्करी और हिंसा जैसे मुद्दों पर भी काम करता है.
  8. बाल-केंद्रित गतिविधियां, युवा पीढ़ी के बदलाव की वकालत करने में भी यूनिसेफ काम करता है.
  9. यूनिसेफ बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य सशक्तिकरण पर केंद्रित है.
  10. बच्चों की मदद के लिए यूनिसेफ आम लोगों से चंदा के रूप में धन प्राप्त करता है.

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