तीन दिन से सहरसा सदर अस्पताल में लावारिस लाश सहरसा:बिहार के सहरसा में एक लावारिस शव पिछले तीन दिनों से सदर अस्पतालपरिसर में (Unclaimed dead body in Saharsa Sadar Hospital) यूं ही एक बरामदे पर रखा हुआ है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अबतक शव लेने कोई अस्पताल नहीं पहुंचा. ऐसे में शव को वार्ड से निकालकर बाहर एक बरामदे पर रख दिया गया है. वैसे अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी है. डीएस का कहना है कि थाने से भी कोई शव को लेने नहीं आए हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कितने दिनों तक यह लावारिस शव यहा ऐसे ही रखा रहेगा.
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अस्पताल परिसर में बरामदे पर रखा गया है शवःसदर अस्पताल में तैनात चिकित्सक डाॅ. प्रभात कुमार ने बताया कि एक मरीज यहां इलाज के लिए अकेले आया था और यहां भर्ती हुआ था. उसने अपना नाम राजू बताया था. उसके साथ कोई परिजन नहीं थे. 13 फरवरी को देर रात उसकी मौत हो गई. थाना को दो बार सूचना दी गई, लेकिन वहां से कोई नहीं आया है और शव को यहां से हटाने को लेकर कुछ नहीं किया जा रहा है. मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने लावारिस शव को अस्पताल परिसर में बने शेड में रख दिया है.
"एक मरीज यहां इलाज के लिए अकेले आया था और यहां भर्ती हुआ था. उसने अपना नाम राजू बताया था. उसके साथ कोई परिजन नहीं थे. 13 फरवरी को देर रात उसकी मौत हो गई. थाना को दो बार सूचना दी गई, लेकिन वहां से कोई नहीं आया है और शव को यहां से हटाने को लेकर कुछ नहीं किया जा रहा है"- प्रभात कुमार, चिकित्सक
अस्पताल प्रशासन ने शव हटाने की जहमत तक नहीं उठाईः सदर अस्पताल में भर्ती मरीज और परिजन बदबू से परेशान हो रहे हैं. इस बीच लापरवाह अस्पताल प्रशासन ने शव को हटाने की जहमत तक नहीं उठाई. वहीं जब सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एसपी विश्वास से इस बारे में पूछा गया कि आखिर ये लावारिस शव तीन दिनों से क्यों अस्पताल परिसर में पड़ा हुआ है. इसपर उन्होंने बताया कि शव तो निश्चित रूप से पड़ा हुआ है. यहां पहले एक मरीज आया था. उसकी गंभीर स्थिति थी. तीन दिन पहले डॉ अखिलेश प्रसाद ने इसका इलाज किया था. उसके साथ जो एक-दो परिजन थे वह भी भाग गए. उसके पैकेट से एक फोन नंबर मिला उसपर फोन किया तो बोला गया कि हमलोग नहीं जानते हैं.
शव को हटाने नहीं आ रही पुलिस: उन्होंने कहा कि इसकी सूचना थाना को देने बाद भी कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. बार-बार पुलिस को खबर भिजवाई गई, लेकिन अबतक कोई यहां नहीं आया है. थाना पुलिस ने अभी तक किसी को नहीं भेजा है. यहां से जो सूचना थाना भेजी जा रही है, पुलिस उसे रिसीव तक नहीं करती है. उसके बाद कहा जा रहा है कि आज टीम चली जाएगी, तो कल टीम चली जाएगी. लेकिन अभी तक कोई शव को लेने थाना से नहीं आया है.
"यहां पहले एक मरीज आया था. उसकी गंभीर स्थिति थी. तीन दिन पहले डॉ अखिलेश प्रसाद ने इसका इलाज किया था. उसके साथ जो एक-दो परिजन थे वह भी भाग गए. उसके पैकेट से एक फोन नंबर मिला उसपर फोन किया तो बोला गया कि हमलोग नहीं जानते हैं. इसकी सूचना थाना को देने बाद भी कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. बार-बार पुलिस को खबर भिजवाई गई, लेकिन अबतक कोई यहां नहीं आया है"-डॉ एसपी विश्वास, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल