हैदराबाद : संयुक्त राष्ट्र-पर्यावास (UN-HABITAT) ने एक नई रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कोविड-19 महामारी के बाद स्वस्थ भविष्य के लिए नगरों की अहम भूमिका पर चर्चा की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान दुनिया भर में किस तरह नगरीय क्षेत्र फ्रंटफुट पर रहे हैं.
महामारियों और नगरों पर, यूएन पर्यावास की इस नई रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि शहरी इलाके महामारी के बाद निकट भविष्य में उसके प्रभाव को कम करने के लिए कार्य कर सकते हैं. रिपोर्ट में यह भी दर्शाया गया है कि किस तरह ये नगरीय क्षेत्र, किसी भी निकट भविष्य में पनपने वाली बीमारियों या महामारियों को रोक सकते है या उसके असर को कम कर सकते हैं और न्यायसंगत, स्वस्थ और हरित पर्यावरण के अनुकूल बन सकते हैं.
नगर - महामारी के दौरान फ्रंटफुट पर
संयुक्त राष्ट्र-पर्यावास (UN-HABITAT) की रिपोर्ट में, 1,700 शहरों से प्रमाण एकत्र करने के आधार पर, मज़बूत और स्वस्थ्य भविष्य के लिये कुछ विशेष कदम उठाए जाने की सिफारिश की गई है.
जीवन और मृत्यु की असमानताएं
रिपोर्ट के मुताबिक पाया गया कि बुनियादी सेवाओं तक पहुंच के अभाव, और कई असमानताओं के कारण कोविड-19 महामारी के असर को रोकने में असमर्थ रहे हैं. गरीब और ज्यादा घनी आबादी वाले इलाकों में कोविड-19 महामारी को बढ़ाने में मुख्य कारक रहे हैं.