प्रयागराजः उमेश पाल की हत्या के 17 दिन बाद आज उनके आवास पर प्रार्थना सभा आयोजित की गयी थी. इसमें उमेश पाल के रिश्तेदारों और समर्थकों ने घर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान उमेश पाल की पत्नी और मां ने एक बार फिर अतीक अहमद और उसके परिवार वालों से जान का खतरा जताया.उमेश की पत्नी जया पाल और मां शांति पाल ने कहाकि जब तक अतीक अहमद और उसके परिवार वालों का खात्मा नहीं होता तब तक उनका परिवार सुरक्षित नहीं है. वे लोग जेल के अंदर से भी बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं. श्रद्धांजलि सभा के दौरान उमेश पाल के साथ ही शहीद हुए दोनों सिपाहियों को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए.
उमेश पाल की पत्नी और मां ने सरकार से की ये मांग. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से उसके घर के बाहर पुलिस पीएसी का पहरा लगा दिया गया है लेकिन इसके बावजूद उमेश पाल के परिवार वालों के मन में अतीक अहमद और उसके गैंग का दहशत कम नहीं हो रही है. अतीक अहमद की दहशत ही है कि उमेश पाल के बच्चों को उनकी पत्नी परीक्षा होने के बावजूद स्कूल नहीं भेज रही हैं. उमेश पाल की पत्नी ने कहा कि जब तक अतीक अहदम और उसके परिवार वालों का खात्मा नहीं होता है तब तक उनके पति उमेश पाल की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी.
जया पाल ने कहाकि इस सरकार में अगर अतीक अहमद गैंग का खात्मा नहीं किया जाएगा तो फिर आने वाली कोई भी सरकार अतीक अहमद के आतंक को खत्म नहीं कर पाएगी. यही नहीं जया पाल ने यह भी कहाकि जब तक अतीक अहमद और उसके भाई व बेटे जिंदा रहेंगे तब तक उनका परिवार सुरक्षित नहीं रह सकता है इसलिए सरकार से उन्होंने अपील की है कि सीएम योगी ने जिस तरह से माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का बयान दिया है उसी तरह से कार्रवाई करते हुए माफिया और उसके परिवार वालों के खिलाफ कार्यवाई की जाए. उन्होंने कहाकि अतीक अहमद और उसके परिवार वाले जेल में रहकर भी उमेश पाल हत्याकांड जैसी घटना को अंजाम दे सकते हैं इसलिए उमेश पाल मर्डर केस को कारित करने वाले सभी आरोपियों को मौत की सजा दिए जाने की मांग की है. उनका आरोप है कि अगर इस केस में अतीक के बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तो वे लोग जेल के अंदर से एक बार फिर से इसी तरह से उनके परिवार की हत्या करवा सकते हैं.
उमेश पाल की श्रद्धांजलि सभा के बाद उनकी मां शांति पाल ने सरकार से मांग की है कि जिस तरह से अतीक अहमद ने उनके बेटे उमेश पाल और दो पुलिस वालों को मौत के घाट के उतारा है. उसी तरह से अतीक अहमद और गैंग के दूसरे शूटरों को भी मौत के घाट उतारा जाए. जब तक अतीक के गैंग का सफाया नहीं किया जाता है तब तक उनके बेटे की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी.
उमेश पाल हत्याकांड के दौरान उमेश के साथ ही संदीप निषाद और राघवेंद्र नाम के सिपाही की भी मौत हुई थी. सोमवार को उमेश पाल के साथ ही मृत दोनों सिपाहियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी.इस दौरान उमेश पाल की मां ने कहाकि उनके बेटे की रक्षा में तैनात दोनों सिपाही ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे.जिस वजह से वो अपने बेटे के साथ ही शहीद दोनों सिपाहियों को भी श्रद्धांजलि दे रही हैं.
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