कीव : यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष को एक महीना पूरा हो चुका है. आज युद्ध का 31वां दिन है. लड़ाई जारी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस से फिर शांति वार्ता की अपील की है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन में विध्वंस के बारे में कहा, यह रुक नहीं रहा है. यह एक साइंस फिक्शन फिल्म की तरह है. पोलैंड की सीमा के पास दौरा करने के क्रम में उन्होंने अमेरिका के उन हजारों सैनिकों में से कुछ से मुलाकात भी की जिन्हें मानवीय सहायता में मदद करने और नाटो के पूर्वी छोर पर अमेरिकी सेना की उपस्थिति बढ़ाने के लिए पोलैंड की सीमा के समीप भेजा गया है. वहीं, यूक्रेन के मारियुपोल शहर की सरकार ने कहा कि पिछले सप्ताह एक थिएटर पर रूसी हवाई हमले में 300 लोग मारे गए, रूस के हमलों से बचने के लिए लोग इस थिएटर में शरण लिये हुए थे.
बाइडेन ने कहा कि उन्होंने सीमा के और करीब जाने की उम्मीद की थी लेकिन सुरक्षा चिंताओं के कारण उन्हें रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि लेकिन फिर भी वह यह रेखांकित करने के लिए पोलैंड की यात्रा करना चाहते थे कि जो सहायता वह मुहैया करा रहा है उसके बड़े परिणाम हैं क्योंकि यूरोप द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से सबसे बड़े शरणार्थी संकट का सामना कर रहा है.
रूस के हमले के बाद इरपिन में भीषण तबाही का वीडियो देखें
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस से युद्ध को समाप्त करने के लिए फिर से बातचीत करने की अपील की है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन शांति के लिए अपने किसी भी क्षेत्र को छोड़ने के लिए सहमत नहीं होगा.जेलेंस्की राष्ट्र के नाम शुक्रवार रात अपने वीडियो संबोधन में रूसी जनरल स्टाफ के उप प्रमुख कर्नल जनरल सर्गेई रुडस्कोई को जवाब देते हुए दिखाई दिए. रुडस्कोई ने कहा था कि रूसी सेना अब ‘‘मुख्य लक्ष्य, डोनबास की मुक्ति’’ पर ध्यान केंद्रित करेगी. रूस समर्थित अलगाववादियों का 2014 से पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र के हिस्से पर नियंत्रण है और रूसी सेना यूक्रेन से और अधिक क्षेत्र को नियंत्रण में करने के लिए जूझ रही है, जिसमें मारियुपोल शहर भी शामिल है.जेलेंस्की ने उल्लेख किया कि रूसी सेना ने हजारों सैनिकों को खो दिया है लेकिन अब भी वह कीव या खारकीव पर कब्जा करने में सक्षम नहीं है.
बता दें कि, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन पर रूस के हमले के कारण भागकर आए 20 लाख से अधिक शरणार्थियों को पनाह देने के लिए शुक्रवार को पोलैंड की सराहना की. उन्होंने मानवीय विशेषज्ञों से मुलाकात करके इस पर बातचीत भी की कि लोगों की बढ़ती परेशानियों को दूर करने के लिए क्या किया जाना चाहिए. इन सबके बीच रूस के सैन्य जनरल स्टॉफ उप प्रमुख ने कहा है कि यूक्रेन में 1,351 रूसी सैनिक मारे गए हैं.
यूक्रेन के अस्पतालों पर रूस का हमला
यूक्रेन पर रूस का हमला शुरू हुए एक महीना हो गया है और इस दौरान रूसी सेना ने यूक्रेन के अस्पतालों, एम्बुलेंस, चिकित्सकों, मरीजों और यहां तक कि नवजात शिशुओं पर भी हमले किए हैं। ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ ने स्वतंत्र रूप से ऐसे कम से कम 34 हमलों को देखा है. हर नए हमले के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उनके जनरल और क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) के शीर्ष सलाहकारों के खिलाफ युद्ध अपराधों के मुकदमों के लिए मांग तेज होती जा रही है. इन्हें दोषी ठहराने के लिए अभियोजकों को यह दिखाना होगा कि हमले महज दुर्घटना या इससे हुई क्षति नहीं हैं.
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के पूर्व विशेष अधिवक्ता रेयान गुडमैन ने कहा, ‘‘हमलों के तरीके से अभियोजकों को यह मामला बनाने में मदद मिलेगी कि ये जानबूझ कर किए गए हमले हैं.उन्होंने कहा, अभियोजक इस बात से निष्कर्ष निकालेंगे कि कितने अस्पतालों को निशाना बनाया गया, कितनी बार निजी सुविधाओं को बार-बार और किस अवधि में निशाना बनाया गया. युद्ध अपराध अभियोजकों के लिए अस्पतालों पर जानबूझ कर किए गए हमले सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.