नई दिल्ली: यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमीन झापरोवा ने अपने भारतीय वार्ताकारों को नई दिल्ली के साथ एक मजबूत और घनिष्ठ संबंध बनाने की यूक्रेन की इच्छा से अवगत कराया है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है.
झापरोवा ने मंगलवार को एक बैठक के दौरान विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को पत्र सौंपा. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच विदेश कार्यालय परामर्श का अगला दौर यूक्रेन की राजधानी कीव में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर आयोजित किया जाएगा.
एमीन झापरोवा की आज तीन दिवसीय यात्रा पूरी हो गई. पिछले साल रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद यूक्रेन के किसी मंत्री की यह पहली यात्रा थी. विदेश मंत्रालय के अनुसार यूक्रेन ने दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित मानवीय सहायता के लिए अनुरोध किया है. विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के साथ अपनी बैठक में यूक्रेनी उप विदेश मंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन में बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए एक अवसर हो सकता है. विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रथम उप विदेश मंत्री ने यूक्रेन का भारत के साथ प्रगाढ़ संबंध बनाने पर जोर दिया.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'जापरोवा ने अपनी यात्रा के दौरान भारत के साथ एक मजबूत और करीबी संबंध बनाने की यूक्रेन की इच्छा पर प्रकाश डाला.' इसमें कहा गया है कि झापरोवा की भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा मिलेगा. विदेश मंत्रालय ने लेखी-दझापरोवा बैठक पर कहा, 'पारस्परिक हित के द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा करने के अलावा, उन्होंने राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का एक पत्र सौंपा, जो प्रधान मंत्री मोदी को संबोधित किया गया था.' वर्मा और झापरोवा के बीच बातचीत पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि द्विपक्षीय एजेंडे में आर्थिक, रक्षा, मानवीय सहायता और आपसी हित के वैश्विक मुद्दों जैसे क्षेत्र शामिल हैं.