वडोदरा :यूक्रेन में युद्ध की आशंका के बीच भारतीय लोग स्वदेश लौट रहे हैं. ऐसी ही एक मेडिकल की छात्रा गुजरात के वडोदरा लौटी. यूक्रेन से लौटने के बाद मीडिया से बात करते हुए छात्रा आस्था सिंधा (astha sindh returns from ukraine) ने बताया कि घर से बाहर रहने पर तनाव होता है. उन्होंने अन्य देशों के छात्रों के बारे में बताया कि जैसे-जैसे लोगों को विमान मिल रहा है. आस्था ने बताया कि अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकलने की अपील की है, ऐसे में यूक्रेन से अधिकांश विदेशी छात्र स्वदेश लौट रहे हैं.
आस्था के पिता अरविंद सिंधा (Arvind Sindha) ने कहा कि गत लगभग एक महीने से यूक्रेन में युद्ध की आशंका के बीच गत सप्ताह तनाव ज्यादा बढ़ गया, ऐसे में उन्होंने आस्था को वापस बुला लिया. उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय ने एयरलाइन कंपनी से बात कर एक लाख की बजाय 50 हजार रुपये का किराया लिया. इसके बाद उन्होंने बच्ची को वापस बुला लिया.
उन्होंने बताया कि पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक लोग तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहे थे. हालांकि, आस्था का कॉलेज पश्चिमी यूक्रेन में था. आस्था के पिता ने कहा कि गत 10 दिनों में परिस्थिति ज्यादा बिगड़ने के कारण भारतीय दूतावास ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी, इसलिए उन्होंने बच्ची को भारत बुला लिया.
क्या है यूक्रेन की स्थिति और रूस का रूख
गौरतलब है कि नागरिकों के लिए जारी परामर्श में यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव के मद्देनजर नागरिकों, विशेषकर छात्र, जिनका प्रवास आवश्यक नहीं है, उन्हें अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ देना चाहिए. यूक्रेन में तनाव बढ़ने का कारण रूस और नाटो द्वारा एक-दूसरे पर सैनिकों की तैनाती के आरोप लगाना है. अमेरिका ने यूक्रेन पर आक्रमण की आशंका के बीच रूस के राष्ट्रपति पुतिन से वार्ता की पेशकश की थी. युद्ध की आशंका के बीच रूस किसी भी हमले की संभावना से इनकार करता रहा है. रूस का कहना है कि उसका इरादा किसी देश पर हमला करने का नहीं है. यूक्रेन संकट के बीच रूस का दावा है कि सैनिकों की संख्या में वृद्धि सैन्य अभ्यास के मद्देनजर की जाती है. यह यूक्रेन या किसी अन्य देश के लिए कोई खतरा नहीं है. हालांकि, शीत युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे बड़ी सैन्य शक्ति को लेकर रूस ने अन्य स्पष्टीकरण देने से इनकार भी किया है.
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संयुक्त राष्ट्र के मंच पर यूक्रेन संकट
यूक्रेन मुद्दे परसंयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (The UN Security Council) की बैठक में भारत अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यूक्रेन सीमा पर तनाव चिंता का विषय है. वहीं, अमेरिका ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर रूस का स्पष्ट हमला अकारण है. यह अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन करता है. रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों ने भी अपने पक्ष रखे.
यूएनएससी में अमेरिकी प्रतिनिधि लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड (Linda Thomas-Greenfield) ने कहा, ' यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर रूस का स्पष्ट हमला अकारण है. यह संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राष्ट्र के रूप में यूक्रेन पर हमला है. यह अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन करता है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन का यह कदम स्पष्ट रूप से यूक्रेन पर हमला करने का बहाना बनाने के प्रयास का आधार है.