दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

भारत के साथ प्रगाढ़ संबंध दर्शाने ब्रिटेन हिंद महासागर में युद्धपोत भेजेगा: रक्षा मंत्री शाप्स - Defence Secy Shapps

Rajnath Singh : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स ने भारत-ब्रिटेन रक्षा उद्योग सीईओ गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की. इस दौरान शाप्स ने कहा कि भारत के साथ प्रगाढ़ संबंध दर्शाने ब्रिटेन हिंद महासागर में युद्धपोत भेजेगा. पढ़िए पूरी खबर... Defence Secy Shapps

Defense Minister Rajnath Singh and Defense Minister Shaps
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व रक्षा मंत्री शाप्स

By PTI

Published : Jan 10, 2024, 8:49 PM IST

Updated : Jan 10, 2024, 9:26 PM IST

लंदन : ब्रिटेन सरकार ने बुधवार को भारतीय सेना के साथ संचालन और प्रशिक्षण के लिए इस साल के अंत में हिंद महासागर क्षेत्र में रॉयल नेवी के युद्धपोतों को तैनात करने की योजना का खुलासा किया. इसे ब्रिटेन-भारत के बीच प्रगाढ़ होते रणनीतिक संबंधों के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स ने कहा कि लिटोरल रिस्पांस ग्रुप (एलआरजी) को इस साल तैनात किया जाएगा और कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीआरजी) की 2025 में संयुक्त भारत-ब्रिटेन प्रशिक्षण के लिए तैनाती होगी.

शाप्स ने द्विपक्षीय वार्ता के बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भारत-ब्रिटेन रक्षा उद्योग सीईओ गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की. ब्रिटेन की 'सबसे उन्नत नौसैनिक क्षमताओं' की तैनाती को ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने भारत के साथ सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने में एक निर्णायक कदम के रूप में उल्लेख किया है. शाप्स ने कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि दुनिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम भारत जैसे प्रमुख साझेदारों के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना जारी रखें.'

उन्होंने कहा, 'एक साथ मिलकर, हम समान सुरक्षा चुनौतियों को साझा करते हैं और खुले और समृद्ध हिंद-प्रशांत बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं. यह स्पष्ट है कि यह रिश्ता लगातार मजबूत होता जा रहा है, लेकिन हमें उन खतरों और चुनौतियों के मद्देनजर वैश्विक सुरक्षा को बनाए रखने के लिए साथ मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए जो हमें अस्थिर और नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.' एलआरजी रॉयल नेवी का कार्य समूह है जिसमें कम से कम दो युद्धक जहाज शामिल हैं. सीआरजी रॉयल नेवी का विमान वाहक युद्धपोत है। सीआरजी की पहली तैनाती 2021 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हुई थी, जहां इसने भारतीय बलों के साथ संयुक्त अभ्यास किया था.

सम्मेलन के बाद रक्षा मंत्री सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, 'लंदन में ब्रिटेन-भारत रक्षा सीईओ गोलमेज बैठक में उद्योग जगत के नेताओं और सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) के साथ शानदार बातचीत हुई.' उन्होंने कहा, 'भारत सहयोग, सह-निर्माण और सह-नवोन्मेष के लिए ब्रिटेन के साथ एक समृद्ध साझेदारी की कल्पना करता है. दोनों देशों की शक्तियों का समन्वय करके हम मिलकर बड़ा कार्य कर सकते हैं.'

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नवीनतम तैनाती इस सप्ताह भारतीय रक्षा मंत्री की पहली ब्रिटेन यात्रा के दौरान बढ़ी हुई साझेदारी को दर्शाती है. रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'आने वाले वर्षों में ब्रिटेन और भारत अपनी-अपनी सेनाओं के बीच और अधिक जटिल अभ्यास शुरू करेंगे. इसके तहत, 2030 के अंत से पहले एक महत्वपूर्ण संयुक्त अभ्यास करेंगे, जो महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय नियमों को बनाए रखने के साझा लक्ष्यों का समर्थन करेंगे.'

भारत के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सिंह ने ब्रिटेन से निवेश और प्रौद्योगिकी सहयोग का स्वागत किया और कहा कि भारत कुशल मानव संसाधन आधार, एक मजबूत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और व्यापार समर्थक पारिस्थितिकी तंत्र तथा एक विशाल घरेलू बाजार के साथ तैयार है. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है.

दोनों वरिष्ठ मंत्रियों के बीच बातचीत में संयुक्त अभ्यास से लेकर ज्ञान साझा करने और प्रशिक्षकों के आदान-प्रदान तक रक्षा में भविष्य के सहयोग पर चर्चा हुई, जो 2030 भारत-ब्रिटेन रोडमैप में परिकल्पित व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर आधारित है.

गोलमेज बैठक में ब्रिटेन के रक्षा उद्योग के कई मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के अधिकारी, ब्रिटेन-भारत व्यापार परिषद (यूकेआईबीसी) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. बैठक में प्रमुख रक्षा कंपनियों में शामिल बीएई सिस्टम्स, जीई वर्नोवा, जेम्स फिशर डिफेंस, लियोनार्डो एसपीए, मार्टिन बेकर एयरक्राफ्ट कंपनी लिमिटेड, एसएएबी यूके, थेल्स यूके, अल्ट्रा-मैरीटाइम रोल्स-रॉयस, एडीएस ग्रुप और एमबीडीए यूके के प्रतिनिधि शामिल थे.

ये भी पढ़ें - राजनाथ ने सुरक्षा एवं रक्षा औद्योगिक सहयोग पर ब्रिटिश समकक्ष के साथ 'सार्थक चर्चा' की

Last Updated : Jan 10, 2024, 9:26 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details