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UK Glasgow Gurdwara Row : ग्लासगो गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने भारतीय दूत के साथ हुए व्यवहार की निंदा की, कहा- गुरुद्वारा सभी के लिए खुला है

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को कुछ कट्टरपंथियों ने ग्लासगो गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया. अब इस मामले में गुरुद्वारा प्रबंधन समिति का बयान आया है. अपने बयान में उन्होंने राजदूत के साथ हुए व्यवहार की कड़ी निंदा की है. पढ़ें पूरी खबर...

UK Glasgow Gurdwara Row
भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी की फाइल फोटो. (तस्वीर : ANI)

By ANI

Published : Oct 1, 2023, 6:29 AM IST

Updated : Oct 1, 2023, 6:56 AM IST

लंदन: लंदन में भारत के राजदूत विक्रम दोरईस्वामी के साथ स्कॉटलैंड के ग्लासगो में एक गुरुद्वारे में हुए बदसलूकी की वारदात की कई स्तरों पर निंदा की जा रही है. अब ग्लासगो गुरुद्वारा ने भी इस घटना की 'दृढ़ता से' निंदा की है. बता दें कि यूनाइटेड किंगडम में भारतीय उच्चायुक्त, विक्रम दोरईस्वामी को शनिवार को धार्मिक स्थल पर एक योजनाबद्ध तरीके से गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया गया था. वहां वह पहले से तय एक बातचीत कार्यक्रम में हिस्सा लेने गये थे.

ग्लासगो गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब सिख सभा की ओर से जारी बयान.

ग्लासगो गुरुद्वारे के बाहर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा किये गये इस व्यवहार को गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने 'अव्यवस्थित व्यवहार' करार दिया. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि गुरुद्वारा सभी समुदायों और पृष्ठभूमि के लोगों के लिए खुला है. ग्लासगो गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब सिख सभा ने अपने बयान में कहा कि 29 सितंबर 2023 को ग्लासगो गुरुद्वारा में एक घटना हुई.

भारतीय उच्चायुक्त एक व्यक्तिगत यात्रा पर आये थे. जिसका निमंत्रण उन्हें स्कॉटिश संसद के एक सदस्य की ओर से दिया गया था. ग्लासगो क्षेत्र के बाहर के कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने इस यात्रा को बाधित करने का प्रयास किया. उन्हें गुरुद्वारा में प्रवेश करने से रोका गया. जिसके बाद वह और उनकी टीम यहां से लौट गई. बयान में कहा गया है कि अज्ञात व्यक्तियों के इस समूह ने क्षेत्र में लोगों को परेशान कर रखा है. इस घटना की जानकारी भी स्कॉटलैंड पुलिस को दी गई है.

भारतीय उच्चयोग की ओर से जारी बयान.

ग्लासगो गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब सिख सभा के बयान में कहा गया है कि ग्लासगो गुरुद्वारा दृढ़ता से इस तरह के 'अव्यवस्थित व्यवहार' की निंदा करता है. बयान में यह कहा गया है कि किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह किसी भी व्यक्ति को गुरुद्वारे में प्रवेश करने यहां प्रार्थना करने और शांतिपूर्ण तरीके से समय बिताने से रोके या उसमें बाधा डाले. बयान में कहा गया है कि गुरुद्वारा सभी समुदायों और पृष्ठभूमि के लोगों के लिए खुला है. हम अपने विश्वास के सिद्धांतों के अनुसार सभी का खुले तौर पर स्वागत करते हैं.

स्कॉटलैंड पुलिस ने भी वारदात पर अपनी ओर से एक बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि घटना के आसपास पूरी परिस्थितियों को समझने के लिए जांच की जा रही है. इससे पहले, भारतीय उच्चायोग ने मीडिया को इस घटना के बारे में जानकारी दी.

उच्चायोग की ओर दी गई जानकारी के मुताबिक, उच्चायोग ने ब्रिटेन के ग्लासगो गुरुद्वारा में हुई 'अपमानजनक घटना' की सूचना संबंधित अधिकारियों को दे दी है. उच्चायोग की ओर से कहा गया है कि इस वारदात में स्कॉटलैंड के बाहर के तत्व शामिल थे. जिन्होंने योजनाबद्ध तरीके से भारतीय उच्चायुक्त, विक्रम दोरईस्वामी की यात्रा में खलल डाला.

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कई ब्रिटिश सांसदों ने भी इस घटना की निंदा की है. ब्रिटेन के राज्य मंत्री, इंडो-पैसिफिक, ऐनी-मैरी ट्रेवेलियन ने शनिवार को कहा कि वह यह चिंता का विषय है कि भारतीय दूत विक्रम दोरईस्वामी को ग्लासगो में गुरुद्वारा समिति से मिलने से रोक दिया गया. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूनाइटेड किंगडम में पूजा के स्थान सभी के लिए खुले होने चाहिए.

Last Updated : Oct 1, 2023, 6:56 AM IST

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