नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहुंच गया है. देशभर में कई लोगों को म्यूटेशन वाले कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. सभी को आइसोलेशन में रखा गया है. उनके संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कर्नाटक बेंगलुरु स्थित निमहांस, तेलंगाना के हैदराबाद स्थित सीसीएमबी और पुणे स्थित एनआईवी में जांच के लिए आए नमूनों में वायरस का नया स्वरूप पाया गया.
आईसीएमआर की सलाहकार डॉ. सुनीला गर्ग का बयान मंत्रालय ने कहा, 'हालात पर निकटता से नजर रखी जा रही है और सतर्कता बढ़ाने, संक्रमण को रोकने, जांच बढ़ाने और नमूनों को आईएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए राज्यों को नियमित सलाह दी जा रही है.'
ईटीवी भारत से बात करते हुए आईसीएमआर की सलाहकार डॉ. सुनीला गर्ग ने कहा कि 'सरकार स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है. इस मुद्दे पर और अधिक सतर्कता की जरूरत है, हमने सभी प्रयास किए हैं, ताकि यूके कोविड-19 के सभी संभावित मामलों का पता लगाया जा सके.'
डॉ. गर्ग ने बताया कि अब तक SARS-CoV-2 के जीनोम में 23 म्यूटेशन हुए हैं. डॉ. गर्ग ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का मौजूदा उपचार प्रोटोकॉल पर्याप्त है. सरकार ने सामुदायिक निगरानी को भी मजबूत किया है.
यह गौर करने वाली बात है कि सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है.
गौरतलब है कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच कुल 33 हजार यात्री यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर आए थे, जिनमें से अभी तक 114 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इनके सैंपल को जब जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया, तो छह में नया स्ट्रेन मिला है.