उज्जैन:साइबर पुलिस को ठगी के एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. शहर के संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर पुलिस को 2018 में 67 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. युवती ने बताया था कि वह सोशल मीडिया पर एक विदेशी नागरिक से संपर्क में थी जिसने उसे शादी का झांसा देकर ठगी की. इसपर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 420 में प्रकरण पंजीबद्ध किया और मामले को संज्ञान में लिया. इस साइबर ठगी के मामले को पुलिस ने साल 2020 में राज्य साइबर सेल ट्रांसफर किया, जहां साइबर प्रभारी रीमा कुरील ने बताया कि कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
करोड़ों के ट्रांजैक्शन का रिकार्ड मिला: आरोपियों का 2016 से 2019 के बीच देशभर में 20 बैंक खातों में 6 करोड़ से अधिक की राशि का लेन देन मिला है. इनमें दो नागरिक विदेशी हैं एवं दो उत्तराखंड के निवासी हैं. दोनों विदेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और कई लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने इनका मेडिकल कराया है और इन्हें रिमांड लेकर पूछताछ कर रही है. 2021 में भी रीवा के एक आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया था जिसके बाद शातिरों के खिलाफ कई साक्ष्य मिले और पुलिस को अब जाकर सफलता हाथ लगी है.
सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती: संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर में 2018 में शिकायत दर्ज करते हुए बताया था कि 2017 में उसकी दोस्ती सोशल मीडिया पर एक लुईस डर्क नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसके बाद लुईस ने शादी का प्रस्ताव दिया और कई महीनों तक सोशल मीडिया पर संपर्क में रहा. उसने विदेश से कई महंगे गिफ्ट, गोल्ड ज्वेलरी व नकदी लेकर भारत आकर शादी करने की बात कही थी.
क्लीयरेंस के नाम पर लाखों ठगे:महंगे गिफ्ट के नाम पर फरियादी युवती से कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के लिए 3 साल में कुल अलग-अलग 20 बैंक खातों में 67 लाख रुपए जमा कराए गए. युवती से लुइस डर्क कभी मिला ही नहीं, बस सामान भेजता रहा और अपने ठग साथियों से कॉल कराकर कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के नाम से पैसे ऐंठता रहा. जब 1 साल तक लुइस नहीं मिला तो उसे शंका हुई और उसने 2018 में शिकायत दर्ज कराई.
कैसे करते थे ठगी जानिए: नाइजीरियन क्रिश्चयन एडिके सोशल मीडिया पर सुंदर व आकर्षक युवतियों के नाम से आईडी बनाकर भारतीयों के अलावा यूनाइटेड किंगडम, यूएस और अरब देशों के कई लोगों को विपरित लिंगानुसार यानी महिला को पुरुष और पुरुष को महिला बन फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और उनसे बातचीत कर अपने विश्वास में लेता था. उन्हें वह महंगे गिफ्ट, कपड़े, महंगे फोन, डायमंड ज्वेलरी, विदेशी करेंसी भेजने का झांसा देता और शादी का प्रस्ताव रखता. इसके बाद सोमालिया निवासी आरोपी फौजी ओमर, उत्तराखंड रुद्रपुर निवासी सोहन सिंह लोगों को कस्टम ड्यूटी, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट सर्टिफिकेट के नाम पर राशि जमा करवाते थे.