उज्जैन। शिवराज सरकार की कैबिनेट बैठक इतिहास में पहली बार उज्जैन में आयोजित हुई. इस कैबिनेट की बैठक में पहली बार CM की कुर्सी बाबा महाकाल के किनारे लगाई गई. बाबा जहां बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे वहीं शिवराज मंत्रियों के साथ साइड में बैठ सारी जानकारी देते दिखे. बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में मध्य प्रदेश के इतिहास में ये पहली बैठक है. सरकार के कैबिनेट की ये बैठक इस लिहाज से भी ऐतिहासिक रही क्योंकि इसमें भगवान को हाजिर नाजिर मान सारे फैसले हुए. महाकाल को साक्षी मान जब मंत्री और CM डिस्कशन कर रहे थे तो यह पल काफी दिलचस्प नजर आया. अमूमन ईश्वर के सामने बैठ सरकारी निर्णय लेने के मामले बिरले ही हैं. (mahakal lok ujjain news) (cabinet meet ujjain over mahakal corridor) (ujjain mahakal corridor now mahakal lok)
महाकाल लोक होगा महाकाल कॉरिडोर: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट को बाबा महाकाल के सामने जानकारी देते हुए कहा कि यह काफी अद्भुत अनुभव है. कैबिनेट बैठक में मेन सीट पर बाबा महाकालेश्वर की बड़ी सी फोटो रखी गई और उनके बदल में दोनों तरफ CM समेत एमपी कैबिनेट के मंत्री बैठे. बैठक में महत्वपुर्ण फैसले लिए गए, अहम प्रस्तावों को मंजूरी मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल आ रहे हैं जो महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे, उनके स्वागत से जुड़ी सभी तैयारियों की मीटिंग में समीक्षा की गई. इसके बाद सीएम ने कहा कि देश में पहले से ही चार धाम हैं इसलिए उज्जैन का नाम उज्जैन धाम के स्थान पर महाकाल लोक किया जाना चाहिए. इस पर कैबिनेट के सभी सदस्यों ने एक स्वर में समर्थन जाहिर किया.
शिवराज की आउटडोर कैबिनेट मीटिंग:हालांकि MP में मुख्यमत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट की बैठक पहली बार राजधानी भोपाल के बाहर नहीं हो रही. इससे पहले भी आउटडोर बैठकों का चलन रहा है. मध्य प्रदेश में तीन बार राज्य कैबिनेट की बैठक भोपाल से बाहर हुई है. पहले दो बार मीटिंग राजधानी के बाहर हुई जिसमें खंडवा में क्रूज पर बैठक काफी चर्चित रही थी.