चेन्नई: तमिलनाडु में उस समय तनाव बढ़ गया जब द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के समर्थक वेल्लोर में अयोध्या के संत परमहंस आचार्य का पुतला जलाने के लिए सड़कों पर उतर आए. डीएमके समर्थक, तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ परमहंस आचार्य की हालिया मौत की धमकी से नाराज थे. सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने आचार्य का पुतला और तस्वीर जलाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की. उधर, भाजपा आईटी सेल के चीफ के खिलाफ भी शिकायत दी गई है.
दरअसल ये सारा टकराव उदयनिधि स्टालिन के 'सनातन धर्म को खत्म करने' संबंधी बयान के बाद शुरू हुआ, परमहंस आचार्य ने धमकी दी. सोमवार को, आचार्य ने उदयनिधि का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा करके स्थिति को और बढ़ा दिया.
आचार्य के खिलाफ दी शिकायत :इन घटनाक्रमों के बीच, थांथी पेरियार द्रविड़ कड़गम ने कोयंबटूर पुलिस आयुक्त के कार्यालय में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है. उनकी मांग है कि प्रवचनकर्ता परमहंस आचार्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. शिकायत थांथी पेरियार द्रविड़ कड़गम (टीपीडीके) के महासचिव रामकृष्णन की अगुवाई में दी गई.
एक अलग घटना में, तमिल पुलिगल पार्टी (Tamil puligal party) के सदस्यों ने मदुरै जिला कलेक्टर कार्यालय के पास स्थित तिरुवल्लुवर प्रतिमा के पास उपदेशक आचार्य का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. सूचना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और तुरंत पुतले को बुझा दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है.