Khalistan Supporter Amritpal की तलाश में उधमसिंह नगर पुलिस ने किया फ्लैग मार्च उत्तराखंड: हरियाणा और पंजाब पुलिस की टीमों को खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे हेड अमृतपाल के उत्तराखंड में घुसपैठ करने का शक है. इसके लेकर उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड पर है. नेपाल सीमा से लगे उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में हाई अलर्ट है. उधमसिंह नगर पुलिस द्वारा विभिन्न स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.
अमृतपाल की तलाश में फ्लैग मार्च: इसी के तहत काशीपुर कोतवाली पुलिस ने कुंडेश्वरी गुलजारपुर क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया. इस दौरान पुलिस टीम ने जनता को पंजाब के मोस्ट वांटेड अमृतपाल सिंह के विषय में बताया. पुलिस ने चेतावनी दी कि अगर किसी ने अमृतपाल को आश्रय दिया या किसी भी तरह का सहयोग किया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
अमृतपाल मामले में 25 लोग हो चुके चिन्हित: आपको बताते चलें कि खालिस्तानी कट्टरपंथी अमृतपाल को लेकर उधमसिंह नगर जिले में अब तक सोशल मीडिया में पोस्ट को लाइक और शेयर करने वाले 25 लोगों को पुलिस ने चिन्हित किया है. वहीं 20 की काउंसलिंग की गई. 5 लोगों का पुलिस एक्ट में चालान भी किया जा चुका है. जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार पुलिस के द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. बॉर्डर से गुजरने वाले हर वाहन की सघन चेकिंग के बाद ही उसे जिले की सीमा पार करने दी जा रही है.
पुलिस ने लाउडस्पीकर से की घोषणा: वहीं काशीपुर में भी गुरुवार देर रात्रि प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी के निर्देशन में कोतवाली पुलिस, कुंडेश्वरी चौकी पुलिस व ग्राम चौकीदारों के द्वारा फ्लैग मार्च किया गया. फ्लैग मार्च कुंडेश्वरी गुलजारपुर क्षेत्र में किया गया. लाउडस्पीकर से घोषणा की गई. पंजाब पुलिस के चंगुल से फरार चल रहे अभियुक्त अमृतपाल और उसके साथी पपलप्रीत, हरप्रीत, हरजीत व अन्य के संबंध में सूचना क्षेत्र के लोगों को दी गई.
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काशीपुर पुलिस ने मोस्ट वांटेड अमृतपाल के खिलाफ दी चेतावनी: पुलिस ने इस दौरान सभी लोगों को अवगत कराया कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के खिलाफ पंजाब पुलिस में संगीन धाराओं में अपराध के मामले पंजीकृत हैं. अमृतपाल समेत उपरोक्त सभी व्यक्ति पंजाब पुलिस के मोस्ट वांटेड अपराधी हैं. पुलिस ने सभी से अनुरोध किया कि उपरोक्त व्यक्तियों को किसी भी प्रकार का आश्रय या आर्थिक सहयोग उपलब्ध नहीं कराया जाए. यदि कोई भी व्यक्ति उपरोक्त व्यक्तियों को किसी प्रकार का सहयोग प्रदान करते, उनको आश्रय उपलब्ध कराते हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने ये भी चेतावनी दी कि इन व्यक्तियों से जुड़े किसी भी सोशल अकाउंट को फॉलो न करें.