लंदन :इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं (Researchers from Imperial College London) के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में पाया गया कि प्रत्येक तीन कोविड-पॉजिटिव प्रतिभागियों में से लगभग दो पहले भी कोविड से संक्रमित हो चुके थे. टीम ने निष्कर्ष निकाला कि पिछला संक्रमण ओमिक्रोन के साथ पुन: संक्रमण के उच्च जोखिम से जुड़ा हुआ है.
हालांकि यह निर्धारित करने के लिए और अधिक काम करने की आवश्यकता है कि कितने परिणाम सही पुन: संक्रमण या पीसीआर परीक्षण हैं, जो वायरस के पुराने ट्रेसेस से हो सकते हैं. निष्कर्षों के अनुसार एक घर में एक ही व्यक्ति के रहने की तुलना में बड़ी संख्या में रहने वाले लोगों में, एशियाई, अश्वेत और अन्य जातियों के लोगों में संक्रमण के जोखिम में वृद्धि पाई गई. इंपीरियल स्कूल ऑफ आरईसीटी कार्यक्रम के निदेशक प्रोफेसर पॉल इलियट ने कहा कि हमारे डेटा में अच्छी खबर है कि जनवरी के दौरान संक्रमण तेजी से गिर रहा है लेकिन यह अभी भी बहुत अधिक है.
उन्होंने कहा विशेष रूप से चिंता की बात यह है कि बच्चों में तेजी से प्रसार (वायरस का) हो रहा है अब वे स्कूल में वापस आ गए हैं और दिसंबर की तुलना में 65 से अधिक की आयु वर्ग के वृद्ध लोगों में प्रसार सात से 12 गुना तक बढ़ गया है, जिससे अस्पताल में भर्ती होने की संभावना बढ़ सकती है. रिएक्ट या आरईएसीटी (रीयल-टाइम असेसमेंट ऑफ कम्युनिटी ट्रांसमिशन) रिसर्च टीम ने पूरे इंग्लैंड में हजारों स्वयंसेवकों की स्वाब-टेस्टिंग की.