कुरनूल: आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के कौथलम मंडल के कामवरम गांव में गुरुवार को भूमि विवाद को लेकर दो गुटों में झड़प हो गई. झड़प में दो लोगों की मौत हो गई. इसके बाद दोनों गुटों में तनाव है.
क्या है पूरा विवाद : दरअसल, कामवरम गांव का रहने वाला बोया मुनींद्रैया के पास सात एकड़ कृषि भूमि थी. उसकी इस जमीन के अलावा उसके पास कुछ और भूमि थी. लेकिन यह जमीन खेती के लायक नहीं थी. उसकी जमीन पर वड्डे मल्लिकार्जुन नाम का एक आदमी खेती करता था. फिर एक दिन मुनींद्रैया ने अपनी जमीन बेचने की बात कही. इस पर मल्लिकार्जुन खुद जमीन खरीदने के लिए आगे आ गया. उसने कुछ पैसे भी एडवांस में दिए.
आरोप है कि मल्लिकार्जुन के परिवार ने पूरी राशि और पंजीकरण के बिना जमीन में खेती करना शुरू कर दिया. मुनींद्रैया के विरोध के बाद दोनों के बीच जमीन का विवाद कोर्ट पहुंचा. मुनींद्रैया के पक्ष में फैसला सुनाए जाने के बावजूद मल्लिकार्जुन ने खेत नहीं छोड़ी.
इसके बाद आरोप है कि मुनींद्रैया ने एक स्थानीय वाईएसआरसीपी नेता महेंद्ररेड्डी का सहारा लिया. मल्लिकार्जुन को इस मामले की जानकारी हुई और उसने बीजेपी नेताओं के साथ मीडिया कांफ्रेंस की. इसके बाद जमीन हथियाने के नाम से वाईएसआरसीपी नेता के सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किए गए. वाईएसआरसीपी नेता महेंद्र रेड्डी ने कुछ लोगों को मल्लिकार्जुन के घर भेजा. उन्होंने यह पूछा कि सोशल मीडिया में उनके खिलाफ इस तरह के आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं.