लखनऊ:जन्माष्टमी (shri krishna janmashtami festival) के दिन मथुरा के बांके बिहारी मंदिर (banke bihari temple) में सुबह आरती के समय हुई घटना की पूरी जांच के लिए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया है. यह समिति घटना की पूरी जांच करेगी और भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए मंदिर परिसर में क्या-क्या सुधार व व्यवस्थाएं आवश्यक हैं इसकी रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके अलावा श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए आने वाले समय में मंदिर की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा सके इसके लिए यह उच्चस्तरीय समिति अपने सुझाव भी देगी.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मंदिर परिसर में हुई घटना की जांच के लिए सेवानिवृत्त आईपीएस, पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश सुलखान सिंह और अलीगढ़ के मंडलायुक्त गौरव दयाल के नेतृत्व में समिति का गठन किया गया है. यह समिति स्थलीय निरीक्षण कर जनपद स्तर पर इस प्रकरण की घटना की जांच कर अगले 15 दिन में अपनी आख्या शासन को उपलब्ध कराएगी. इस जांच के लिए समिति को यथावश्यक कार्मिक और अन्य सभी संसाधन पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश की तरफ से उपलब्ध कराए जाएंगे.
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बता दें कि बीते शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव (shri krishna janmashtami festival) बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. मथुरा और वृंदावन के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर (banke bihari temple) में मंगला आरती के दौरान दम घुटने के कारण दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए थे. घटना के बाद वहां मौजूद श्रद्धालुओं का गुस्सा आसमान पर पहुंच गया था. प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि जिन प्रशासनिक अफसरों को भीड़ नियंत्रित करने का जिम्मा सौंपा गया था, उनकी लापरवाही के कारण बांके बिहारी मंदिर परिसर में अव्यवस्था हुई. इस कारण दो लोगों को जान गंवानी पड़ी.
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव (shri krishna janmashtami festival) को लेकर वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे. मध्य रात्रि दो बजे मंदिर परिसर में मंगला आरती का आयोजन किया गया था. यह आरती साल में एक बार होती है. श्रद्धालुओं का कहना है कि जब मंदिर में भीड़ बढ़ रही थी, तब व्यवस्था में तैनात अफसर अपनी फैमिली को वीवीआईपी दर्शन कराने में व्यस्त थे. जब मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की संख्या क्षमता से ज्यादा हो गई, तब तैनात अधिकारी मोबाइल से वीडियो बनाने में व्यस्त थे. अब जांच समिति इस पूरी घटना की बारीकी से जांचकर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगी.