बेंगलुरु:भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में वीरशैव लिंगायत नेताओं की एक बैठक ने कांग्रेस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का फैसला किया है. कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय के नेता को सीएम के रूप में प्रस्तावित किया है. इसे कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है. मालूम हो कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद पार्टी के बड़े नेताओं की एक बैठक हुई थी जिसमें लिंगायत समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की गई थी.
केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य बीएस येदियुरप्पा के आवास पर बीजेपी के वीरशैव लिंगायत समुदाय के नेताओं की बैठक हुई. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, वरिष्ठ नेता वी. सोमन्ना, बागी नेता बासनगौड़ा पाटिल यतनाल, बीसी पाटिल, अरविंद बेलाड, शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा सहित 23 नेताओं ने भाजपा के राज्य प्रभारी अरुण सिंह और राज्य के संगठन महासचिव राजेश की उपस्थिति में बैठक में भाग लिया. भाजपा के दो बड़े नेता जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी के पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद हुई इस बैठक को अहम माना जा रहा है.
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सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कांग्रेस के लिंगायत कार्ड के बरअक्स रणनीति तैयार करने पर बातचीत हुई. बैठक में इस बात को प्रचार में शामिल करने पर जोर दिया गया कि भाजपा के फिर से सत्ता में आने के बाद दोबारा लिंगायत समाज के नेता को ही सीएम बनाया जायेगा. साथ ही कांग्रेस को ऐसा करने की चुनौती भी देने का फैसला लिया गया है. लिंगायत नेता इस मामले में गुरुवार को आलाकमान के नेताओं से बात करने का फैसला लिया है. हाईकमान की सहमति मिलने के बाद भाजपा इस रणनीति पर आगे बढ़ेगी.