उदयपुर :सरकार एक तरफ वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए प्रयास कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ उस प्रयासों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. राजस्थान में पिछले 24 घंटों में चित्तौड़गढ़ और उदयपुर में दो तेंदुए मृत मिले हैं. वहीं जयपुर के आमेर में एक अन्य तेंदुआ बीमार हालत में मिला तो चित्तौड़गढ़ में बाड़े में फंसकर दो तेंदुए घायल हो गए. जिसमें से एक ने दम तोड़ दिया, वहीं दूसरा घायल है.
इसमें उदयपुर के जयसमंद इलाके में एक खेत में तेंदुआ का शव तार के फंदे पर उल्टा लटका मिला. मामले की जानकारी होने पर काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए. वहीं सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुआ के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. जिसके बाद तेंदुआ का अंतिम संस्कार किया गया. (Leopard dies in Udaipur) पूरे मामले को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि तेंदुए को किसी ने फंदे पर लटकाया है या वह पेड़ पर लगे फंदे में अचानक आकर उसमें फंस गया. हालांकि अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है.
ग्रामीणों ने तेंदुआ को पेड़ पर लटका देखा था. जिसके बाद यह खबर गांव में आग तरह फैल गई. मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. लोग काफी समय तक पैंथर के शव के साथ तस्वीर लेते रहे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार खेत में तेंदुआ उल्टा लटका हुआ नजर आया. कुछ लोग तेंदुए को जिंदा समझकर काफी देर तक उसके पास नहीं गए, लेकिन हलचल नहीं होने के बाद ग्रामीणों ने उसके नजदीक जाकर देखा तो तेंदुआ मृत मिला.
कंटीले तारों के बाड़ में अलग-अलग जगह दो तेंदुए फंसे, एक ने तोड़ा दम
वहीं, चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित सहनवा गांव के खेतों में रविवार को एक तेंदुआ कंटीले तारों में फंसा मिला. लोगों ने तेंदुआ को देखा तो वन विभाग को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने पैंथर को रेस्क्यू किया (Panther found in Chittorgarh). चित्तौड़गढ़ जिले में 24 घंटे में ही पैंथर के कंटीले तार में फंसने की यह दूसरी घटना है.
रविवार को ग्रामीणों ने खेतों की तरफ किसी जंगली जानवर गुर्राहट सुनी तो मौके पर पहुंचे. यहां तेंदुआ खेत की बाड़ में फंसा हुआ दिखाई दिया. इसकी जानकारी पर ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए. साथ ही मामले की सूचना प्रशासन को दी गई. उपवन संरक्षक सुगनाराम चौधरी के निर्देश पर एक टीम सहनवा गांव पहुंची, जिसमें तेंदुए को रेस्क्यू शुरू किया लेकिन ग्रामीणों की भीड़ की वजह से टीम को दिक्कतें भी हुईं. तेंदुआ किसी पर हमला नहीं करे, इसे लेकर भी लोगों को मौके से हटाना जरूरी था. ऐसे में पुलिस को भी सूचना दी गई. इस पर पुलिस लाइन और सदर थाने के अतिरिक्त जवानों को बुलाया गया, जिन्होंने ग्रामीणों को मौके से हटाया. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को ट्रैंकुलाइज कर कटीले तार की बाड़ से मुक्त कराया.
तेंदुए को पिंजरे में डाल कर चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय स्थित वन विभाग कार्यालय लाया गया है. वन विभाग की टीम इसके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है. इसके स्वास्थ्य के परीक्षण के लिए पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाया गया.