देहरादून :उत्तराखंड में महाकुंभ 2021 के दौरान कोविड-19 की फर्जी रैपिड एंटिजन टेस्टिंग मामले पर शासन ने बड़ी कार्रवाई की है. राज्य सरकार ने इस मामले पर पहले ही सख्ती के निर्देश दिए थे. लिहाजा शासन ने इस मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं. तत्कालीन मेला स्वास्थ्य अधिकारी अर्जुन सिंह सेंगर और तत्कालीन प्रभारी अधिकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग डॉ. एनके त्यागी को सस्पेंड कर दिया गया है.
इस मामले में बीती 16 अगस्त को डीएम हरिद्वार ने शासन को रिपोर्ट भेजी थी और दोनों को सस्पेंड करने की सिफारिश की थी. खास बात ये है कि हरिद्वार में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में गठित जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार को वित्तीय हानि पहुंचाने और संबंधित फर्मों के साथ गठजोड़ करने समेत अनुशासनहीनता व लापरवाही बरतने के मामले में इन दोनों अधिकारियों को निलंबित करने का फैसला लिया गया है.
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उधर, हरिद्वार महाकुंभ 2021 में कोविड-19 की फर्जी रैपिड एंटीजन टेस्ट प्रकरण में संबंधित फर्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने के लिए हरिद्वार स्तर में गठित एसआईटी के माध्यम से एसएसपी हरिद्वार को भी निर्देशित किया गया है.
गौर हो कि प्रदेश में हरिद्वार महाकुंभ 2021 के दौरान कोविड-19 की फर्जी एंटीजन रैपिड टेस्टिंग का मामला देश भर में सुर्खियों में रहा. इस दौरान राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए गए और आम लोगों की जिंदगी के साथ किए गए खिलवाड़ पर भी सरकार को कई सवालों का सामना करना पड़ा. इस मामले में राज्य सरकार ने हरिद्वार जिला स्तर पर जांच कमेटी गठित कर इसकी जांच करवाई. यही नहीं, इस मामले में एसआईटी भी अलग से जांच कर रही है.
SIT भी कर रही है जांच