हजारीबाग :झारखंड के हजारीबाग जिले में पिछले कई महीनों से मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बोहरनपुर में पुरातात्विक विभाग उत्खनन कर रहा है. इस खोदाई कार्य में एक दर्जन से अधिक पाल वंश के समय की मूर्तियां निकली हैं. उन्हीं मूर्तियों में से दो मूर्तियां चोरी हो गई हैं. चोरी की सूचना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई है. सूचना के बाद आला अधिकारी समेत ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए.
1000 से 1200 वर्ष पुरानी मूर्तियां
इन दिनों हजारीबाग पूरे देशभर में पाल वंश के मूर्तियां खोदाई के दौरान मिलने से सुर्खियों में है. आलम यह है कि हर रोज सैकड़ों की संख्या में दर्शनार्थी यहां पहुंच भी रहे हैं. चोरी हुई दोनों मूर्तियां बुद्ध की बताई जा रही हैं. बीती रात खोदाई का कार्य समाप्त होने के बाद सभी मजदूर अपने घर को चले गए और रात के समय यह घटना घटी है.
यह मूर्ति पाल वंश काल की है. अगर समय की बात की जाए तो ये मूर्तियां 1000 से 1200 वर्ष पुरानी हैं और सेंड स्टोन की बनी हुई हैं. ऐसे में पुरातात्विक विभाग बहुत ही उत्साहित होकर उत्खनन का कार्य कर रही थी. बताया जाता है कि सुरक्षा के लिए एक कैंप भी लगाया गया है और जवान रात के वक्त नीचे सोए हुए थे और यह घटना घट गई.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की कीमत
पुरातात्विक उत्खनन के दौरान एक दर्जन से अधिक पाल वंश के समय की बुद्ध, मां तारा समेत कई अन्य मूर्तियां निकली हैं, जिस तरह से मूर्तियां यहां निकल रही हैं, ऐसे में यहां म्यूजियम बनाने की बात भी हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने पिछले दौरे के दौरान बोहरनपुर में ही किया था. जिस तरह से मूर्तियां चोरी हुई हैं, ऐसे में सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो रहा है.