लुधियाना :खन्ना पुलिस ने श्मशान घाट से अस्थियों को तांत्रिकों को बेचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके बदले में आरोपियों को मोटी रकम मिलती थी. आरोपियों की पहचानश्मशान घाट के कर्मचारी निर्मल सिंह और उसके पुत्र जसविंदर सिंह निवासी खन्ना के रूप में हुई है. दोनों आरोपी इस धंधे को लंबे समय से अंजाम दे रहे थे. वह अस्थियों को प्लास्टिक के लिफाफे में डालकर कच्ची मिट्टी में दबा देते थे. गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है.
शिकायतकर्ता रिंकू लखिया ने बताया था कि उसके 18 वर्षीय बेटे दीपक की मौत तीन नवंबर 2021 को हुई थी. श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने के बाद रिवाजों को निभाते हुए मृतक के शरीर की राख में से एक हड्डी निकाल प्लास्टिक के लिफाफे में डालकर कच्ची मिट्टी में दबा दिया गया था. पांच नवंबर को जब वह लोग बेटे की अस्थियां लेने श्मशान घाट पहुंचे तो बेटे की हड्डी गायब थी. पूछने पर किसी ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. इसके बाद श्मशान घाट और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
मामले का खुलासा करने के उद्देश्य से रिंकू लखिया ने श्मशान घाट के कर्मचारी निर्मल सिंह से दोस्ती बढ़ाई. उसने एक दिन निर्मल सिंह से किसी जवान युवक की हड्डी मांगी और उसके सामने 50 हजार रुपये के नोटों का बंडल रख दिया. इस पर आरोपी निर्मल सिंह ने शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर लिया और एडवांस में एक हजार रुपये ले लिए और मिस्ड कॉल मिलने पर श्मशान घाट पहुंचने को कहा.