अगरतला :त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस ने मंगलवार को त्रिपुरा के चावमनू बाजार में एक भव्य रैली का आयोजन किया. चावमनू निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के संतोष मोहन त्रिपुरा लड़ रहे हैं. उनकी रैली में स्थानीय समुदाय के लोगों ने बड़ संख्या में भाग लिया.
त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी केअध्यक्ष पीजूष बिस्वास ने भी कांग्रेस उम्मीदवार के लिए वोट मांगे और चावमनू बाजार में लोगों को संबोधित किया.
जनसभा को संबोधित करते हुए टीपीसीसी अध्यक्ष ने भाजपा-इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा और सीपीएम पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इन सरकारों का त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद के विकास में कोई योगदान नहीं है.
त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस की रैली पीजूष बिस्वास ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद का गठन कांग्रेस के कारण हुआ. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए किए गए प्रयासों को स्थानीय समुदाय के लोग आज भी याद करते हैं.
लेकिन, त्रिपुरा में सीपीएम पार्टी ने लोगों को गुमराह किया और लंबे समय तक शासन किया. आज टीटीएएडीसी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में कुछ खास बदलाव नहीं आया है.
उन्होंने कहा आज हम स्वायत्त प्रशासनिक काउंसिल में रहने वाले लोगों के किए बेहतर रोड, कनेक्टिविटी और इनफ्रास्ट्रक्चर की बात करते हैं. वामपंथियों ने 25 वर्षों तक लोगों को धोखा दिया और भाजपा-आईपीएफटी भी वही कर रही है.
इस क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़कें अब बची ही नहीं हैं. इनका निर्माण कांग्रेस-टीयूजीएस सरकार के दौरान किया गया था. सत्तारूढ़ दल को शर्म आनी चाहिए. उन्होंने लंबे चौंड़े वादे किए थे. विधायकों और क्षेत्रों से निर्वाचित प्रतिनिधियों को भी लोगों की दुर्दशा के बारे में कोई फिक्र नहीं है.
उन्होंने यह भी वादा किया कि अगर कांग्रेस टीटीएएडीसी में सत्ता में आती है, तो प्रस्ताव पारित करके लोगों के लंबित बिजली बिलों को माफ करेगी. सरकार ने उन्हें मुफ्त में बिजली के कनेक्शन तो दिए, लेकिन कभी सोचा नहीं था कि लोग बिलों का भुगतान कैसे करेंगे. कांग्रेस अपने वादों के लिए प्रतिबद्ध है. बिस्वास ने कहा कि वह न केवल बिलों को माफ करेगी बल्कि लोगों के लिए आर्थिक अवसर भी पैदा करेगा ताकि उन्हें किसी पर निर्भर रहने की जरूरत न हो.
त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस की रैली बिस्वास ने क्षेत्रों में चल रहे कई राज्य सरकार के प्रोजेक्ट्स पर भी सवाल उठाए और कहा कि लोग आसानी से समझ सकते हैं कि सरकार टीटीएएडीसी चुनावों से ठीक पहले कैसे टीटीएएडीसी क्षेत्रों के लोगों को चकमा दे रही है.
उन्होंने कहा, चुनाव से पहले वे इस तरह की सड़कों का निर्माण कर रहे हैं जो आने वाले सीजन की पहली बारिश को भी नहीं झेल पाएगी. अब, आप समझ सकते हैं कि वे क्या करने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि तीस सदस्यीय त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) का चुनाव छह अप्रैल को होगा और परिणामों की घोषणा 10 अप्रैल को की जाएगी.
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान की तारीख को आगे बढ़ा दिया था. पहले यह चुनाव चार अप्रैल को होना था लेकिन कुछ राजनीतिक दलों और ईसाई समुदाय के एक निकाय ने इस दिन 'ईस्टर संडे' होने के कारण इस पर आपत्ति जताई थी.
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव प्रसेनजीत भट्टाचार्जी ने कहा, 'राज्य के राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों ने आयोग से चुनाव की तिथि बदलने के लिए अनुरोध किया था.'
त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस की रैली उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के संज्ञान में यह लाया गया कि चार अप्रैल को मतदान कराना लोगों एक बड़े वर्ग के लिए असुविधानजनक होगा क्योंकि ईस्टर संडे होने के कारण वह दिन उनके लिए एक खास महत्व रखता है.
उन्होंने कहा कि ईस्टर संडे के स्थानीय महत्व को ध्यान में रखते हुए स्वायत्त जनजातीय प्रशासनिक निकाय के लिए छह अप्रैल को मतदान होगा.